राजस्थान में जब से Bhajanlal Government बनी है तब से लेकर अब तक हर दिन नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं। सरकार के इन फैसलों को लेकर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है और जनता से जुड़ी अच्छी योजनाओं को बंद किया है। लेकिन अब शिक्षा मंत्री Madan Dilawar ने एक ऐसा आदेश जारी कर दिया है जिसको लेकर राजनीति होनी शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग के अनुसार Rajasthan के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में स्टूडेंट्स को अब योग भी करवाया जाएगा।
यह भी पढ़े: मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति हवामहल के सामने लगाएंगे चाय की चुस्की, फिर घूमेंगेे Pink City
भजनलाल सरकार का आदेश जारी
भजनलाल सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सूर्य सप्तमी 15 फरवरी से प्रदेश के सभी स्कूलों में स्टूडेंट्स से सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले स्कूल में तैनात टीचर्स को yoga की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स के साथ आम जनता और जनप्रतिनिधि मिलकर इस अभियान को सफल बनाएंगे। प्रदेश में जब एक साथ योग किया जाएगा तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बन जाएगा।
यह भी पढ़े: जानिए कौन है राम मंदिर का सबसे बड़ा दानवीर, अंबानी-अडानी भी हुए फेल
सूर्य नमस्कार का अभ्यास शुरू
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश के बाद सभी Government Schools में सूर्य नमस्कार कराने की तैयारी शुरू कर दी है। हर दिन प्रार्थना सभा के दौरान सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया जाएगा। अभ्यास करते समय लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी। एक्सपर्ट द्वारा ट्रेनिंग दिलाई जाएगी, ताकि स्टूडेंट्स सही प्रकार से योग सीख सके।
वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की तैयारी
शिक्षा विभाग द्वारा 15 फरवरी से अभियान की शुरुवात करने का फैसला किया है। इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों की जानकारी वर्ल्ड रिकार्ड के लिए भी भेजी जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से सबकी संख्या दर्ज की जाएगी।
यह भी पढ़े: विधानसभा में पूर्व CM वसुंधरा राजे का हुआ अपमान, विपक्ष ने उठाया सवाल
पूर्व वसुंधरा सरकार में भी शुरू किया था सूर्य नमस्कार
पूर्व वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी सूर्य नमस्कार को आनिवार्य घोषित किया गया था। उस समय सुबह प्रार्थना के बाद स्टूडेंट्स द्वारा सूर्य नमस्कार और योग करना अनिवार्य करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने विरोध किया तो यह पूरी तरह से लागू नहीं हो पाया था।