Bharatpur News: बीते 36 दिनों से भरतपुर में आरक्षण की मांग को लेकर जाट समाज के लोग महापड़ाव कर रहे हैं। इस दौरान बुधवार (21 फरवरी) को महापंचायत में एक प्रतिज्ञा दिलाई, जिसके तहत ‘आरक्षण नहीं तो आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं’ की बात दोहराई गई। जाट समाज ने 51 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है, जो गांव-गांव और घर-घर जाकर सभी को गीता हाथ में रखकर बीजेपी को वोट ने देने की प्रतिज्ञा दिलवाई जा रही हैं।
जाट समाज द्वारा बनाई गई कमेटियां अपने लोगों से कह रही है कि ‘यदि भाजपा का कोई भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता हो उसे अपने घर के अंदर नहीं घुसने दिया जाए।’ यही नहीं, कमेटियों द्वारा हर गांव में और हर घर के बाहर पोस्टर चस्पा किये जाएंगे, जिस पर लिखा होगा ‘आरक्षण नहीं तो भाजपा को वोट नहीं’
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केंद्र की ओबीसी में आरक्षण की मांग
राजस्थान के भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाट आंदोलन कर रहे हैं। वे पिछले 36 दिनों से महापड़ाव कर रहे है। उनकी मांग है कि, केंद्र की ओबीसी में आरक्षण दिया जाए। इसके बाबत राज्य सरकार और विगत 13 फरवरी को दिल्ली में ओबीसी आयोग के साथ जाटों की सकारात्मक वार्ता हुई हैं, लेकिन अभी तक आरक्षण कब दिया जायेगा इसके बारे में सरकार की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया हैं। यही वजह है कि, जाट समाज बीजेपी से नाराज हैं।
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अब रेलवे ट्रैक रोकेगा जाट समाज!
भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह के मुताबिक, आरक्षण की मांग के लिए 36 दिनों से महापड़ाव जारी हैं। इस बीच राज्य सरकार और केंद्र सरकार के ओबीसी आयोग के बीच वार्ता भी हुई हैं। लेकिन, अभी तक कोई फैसला केंद्र सरकार की तरफ से नहीं लिया गया हैं। नेम सिंह कहते है कि, सरकार के मंत्री भी अब हमारा फोन नहीं उठा रहे हैं। यही वजह है कि, जाट समाज ने बीजेपी को वोट न देने की प्रतिज्ञा ली हैं। साथ ही अगले दो दिन के अंदर बड़ी महापंचायत कर रेलवे ट्रैक रोकने के लिए फैसला लिया जाएगा। बुधवार 21 फरवरी को महापंचायत के दौरान इस पर विचार हुआ।