लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ राजशाही में भी सक्रिय रहने वाली बीकानेर राज परिवार की पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी का शुक्रवार देर रात बीकानेर स्थित लालगढ़ में निधन हो गया है। शनिवार को जूनागढ़ में उनकी पार्थिव देह को आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
इसके बाद राजपरिवार के रीति-रिवाजों के अनुसार रविवार को सागर गांव में स्थित राजपरिवार के श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुशीला कुमारी लंबे समय से बीमार चल रही थी। उनकी बीमारी के चलते लोगों से उनका मिलना बंद कर दिया गया था। इस समय उनकी उम्र 95 वर्ष थी।
सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने में नही रही पीछे
राजमाता हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को निभाती थी। चाहे राजपरिवार की बात हो या सामाजिक जिम्मेदारी हो उन्होनें अपनी अस्वस्थता के समय भी उसे बखूबी निभाया। उन्हीं के कदमों पर अब उनकी पोती सिद्धि कुमारी चल रही है। ये
बीकानेर पूर्व विधानसभा से पिछले तीन चुनावों में लगातार विधायक हैं। राजमाता बीकानेर के लोगों से स्थानीय भाषा में ही बात करना पसंद करती थी।