जयपुर। राजस्थान की फेमस सांभर झील (Sambhar Lake) नमक उद्योग के लिए विश्वभर में मशहूर है. इस झील में सुदूर सात समुंदर पार करके हजारों परिंदे आते हैं और अपना पेट भरते हैं। लेकिन अब इसी सांभर झील में एकबार फिर से खतरनाक बीमारी फैल गई है जिसके चलते 500 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। यहां पर आए हुए पक्षी एवियन बोटुलिज्म नामक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं और अपनी जान दे रहे हैं।
केंद्रीय एवियन अनुसंधान संस्थान, बरेली से आई जांच रिपोर्ट में प्रवासी पक्षियों की मौत की पुष्टि हुई है। जांच में पता चला है कि पक्षियों को ‘बोटुलिज्म’ नामक बीमारी हो गई है, जिस कारण उनकी जान जा रही है। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक हाल ही में बीमारी से उपचार के बाद करीब 38 पक्षियों को झील में भरण-पोषण के लिए छोड़ा गया था। अब तक बोटुलिज्म बीमारी के कारण 520 पक्षी मर चुके हैं।
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प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में सामने आई बोटुलिज्म बीमारी एक गंभीर न्यूरोमस्कुलर बीमारी है। यह बीमारी पक्षियों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है, जिस कारण उनके पंख और पैर में लकवा मार जाता है और वो मर जाते हैं।
अब खबर है कि Sambhar Lake में मृत और बीमार पक्षियों को झील क्षेत्र से अलग किया जा रहा है। SDRF, पशुपालन, वन विभाग और प्रशासन की 10 टीमों के सदस्य झील क्षेत्र में बचाव और राहत कार्यों में लगे हैं। वहीं, बीमार पक्षियों का बचाव कर मीठड़ी में बनाए गए राहत केंद्र में उन्हें रखा जा रहा है, जहां पशुपालन और वन विभाग की टीमें उनका उपचार कर रही हैं। हालांकि, यह पहला मौका है नहीं जब सांभर झील में पक्षियों की इतनी बड़ी तादात में मौतें हुई हैं बल्कि हर साल यहां पर हजारों पक्षी अचानक से फैलने वाली बीमारियों से मौत के घाट उतर जाते हैं…ऐसे में शासन और प्रसाशन इसकी रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम करने पड़ेंगे…. अन्यथा ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा और बेजुबान भोले भाले पक्षी अपनी जान देते रहेंगे…ऐसी ही ताजा खबरों के लिए बने रहिए मॉर्निंग न्यूज इंडिया के साथ।
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