Khinvsar by-election : खींवसर। हनुमान बेनीवाल के गढ़ कहे जाने वाले खींवसर सहित 6 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने वाले है। उप चुनाव से पहले राजस्थान की राजनिती गरमाई हुई है। अब सवाल ये उठ रहा है आखिरकार कांग्रेस, बीजेपी और आरएलपी के दावेदारों में से टिकट किसको मिलेगा। बता दें कि भाजपा, कांग्रेस, RLP से 3-3 दावेदार रेस में खड़े हुए है। अब ऐसे में ये देखना काफी दिलचस्प हो गया है।
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खींवसर से कौन होगा बीजेपी का उम्मीदवार
बता दें कि नागौर की खींवसर विधानसभा सीट पर RLP विधायक हनुमान बेनीवाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। तो ऐसे में अब यहां यह सीट आरएलपी के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है, वहीं सत्ता पर काबिज भाजपा भी इस सीट को जीतने की तैयारी में कोई कसर छोड़ती नहीं दिख रही। हालांकि, भाजपा को यहां लगातार हार का सामना करना पड़ा है। पिछला चुनाव भाजपा कम अन्तर से हारी और इस बार प्रदेश व देश में सरकार होने का फायदा भाजपा उप चुनाव में उठाने की तैयारियों में जुटी नजर आ रही है। तो ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है की आखिरकार खींवसर में भाजपा से उम्मीदवार कौन है। अभी प्रत्याशियों को लेकर स्थिति साफ नहीं है पर डॉ. ज्योति मिर्धा, रेवंतराम डांगा, डॉ. हापूराम चौधरी, के नामों पर कयास लगाया जा रहा है।
ज्योति मिर्धा पर दांव खेल सकती है बीजेपी
बीजेपी खींवसर विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण को देखते हुए ज्योति मिर्धा पर दांव खेल सकती है। बता दें राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के लिए जाट हमेशा खास रहे हैं। वजह यह है कि हर पांच साल बाद करीब 30-40 विधायक जाट ही चुनकर आते है। ऐसे में दिग्गज जाट नेता नाथुराम मिर्धा की पोती पर दांव लगाना कई हद तक BJP के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि अगर ज्योति मिर्धा को टिकट मिला तो जाट वोट बैंक भी बीजेपी की तरफ झुक जायेगा। भाजपा ज्योति मिर्धा को टिकट दे सकती है, बता दे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी जाटों की बहू बताकर वोट मांग चुकी है।
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