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Kangana Ranaut News : मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में छाई रहती है। लेकिन उन्होंने हाल ही में एक बयान ऐसा दे डाला है, जिसके बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया है। विपक्ष कंगना के बयान से भाजपा को चारों तरफ से घेर रहा है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कंगना ने ऐसा बयान दिया है। वहीं बीजेपी ने कंगना रनौत के बयान से किनारा कर लिया है। आइए जानते है कि कंगना ने ऐसा कौनसा बयान दे डाला है। जिसकी वजह से बीजेपी ने कंगना का साथ छोड़ दिया है, आइए जानते है क्या है पूरा मामला?
कंगना ने वापस लिए गए तीनों कृषि कानून फिर से लागू करने की मांग उठाई है। बता दें कि (Kangana Ranaut) ने इस बयान से पहले भी किसानों को जुड़े मामले पर टिप्पणी की थी। तीन साल पहले उन्होंने महिला आंदोलनकारियों पर पैसे लेकर धरने पर बैठने का आरोप लगाया था। उसके बाद उन्होंने सिखों को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। महीनेभर में यह दूसरी बार है जब बीजेपी ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है। बीजेपी ने कंगना के बयान को ‘व्यक्तिगत बयान’ बताया है। मंडी सांसद कंगना रनौत ने इसी साल भाजपा में शामिल हुई थी, कंगना ने लोकसभा चुनाव में राजनीति में डेब्यू किया और कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह को हराया।
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बीजेपी सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने 24 अगस्त को यह बोलकर विवाद खड़ा कर दिया कि तीनों विवादास्पद कृषि कानून को फिर से लागू करना चाहिए। कंगना का मानना है कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए। कंगना का कहना था कि मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है लेकिन तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। जिससे किसानों को इसका फायदा मिल सके। लेकिन कुछ राज्यों में किसान संगठनों के विरोध की वजह से सरकार ने उन्हें निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा, किसान पूरे देश का पेट भरते है। मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वो अपने भले के लिए कानूनों को वापस लेने की मांग करें।
25 अगस्त को (Kangana Ranaut) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि किसान आंदोलन के जरिए भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करने की तैयारी थी। उन्होंने कहा, जो बांग्लादेश में हुआ वो यहां होते हुए भी देर नहीं लगती। अगर हमारा नेतृत्व मजबूत नहीं होता, हालांकि कंगना के बयान के बाद भाजपा ने सफाई दी और कहा, यह हमारी पार्टी की राय नहीं है। पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को ना तो अनुमति है और ना ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं, इससे पहले नवंबर 2021 में पीएम मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की तो कंगना ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और किसानों आंदोलन को दोषी ठहराया था।
हालांकि कृषि कानूनों को लेकर दिए बयान पर कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने माफी मांग ली है। कंगना ने कहा- अगर मैंने अपने बयान से किसी को डिसअपॉइंट किया हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं…..BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने वीडियो जारी कर कहा था कि कंगना को 3 कृषि कानूनों पर बोलने का हक नहीं है।
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