Rajasthan News : जयपुर। राजस्थान में होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता इन सीटों का लगातार दौरा कर रहे है, वहीं राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रदेश में उपचुनाव से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा। बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जब दिल्ली दौरे पर गए तो वहां पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ इसी मुद्दे पर बातचीत हुई थी। ऐसे में अच्छा काम करने वाले मंत्रियों को प्रमोशन मिल जायेगा और लापरवाही बरतने वाले मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है, आइए जानते है क्या पूरा माजरा?
यह भी पढ़ें: भजनलाल के इस दांव ने उड़ाई राजकुमार रोत की नींद, क्या होगा पलटवार!
इसी महीने में होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
अटकलें लगाई जा रही है कि इसी अक्टूबर महीने में मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जायेगा। लेकिन किरोड़ी लाल मीणा भजनलाल सरकार ने नाराज है, क्योंकि वो एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने पर अड़े हुए है। लेकिन भजनलाल सरकार उनकी मांग को अनदेखी कर रही है। वहीं किरोड़ी लाल मीणा 4 महीने पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
इन विधायकों को मिल सकता है प्रमोशन
बता दें कि विधानसभा सदस्यों के अधिकतम 15 फीसदी सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है, राजस्थान विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या 200 है। ऐसे में सीएम सहित कुल 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री सहित कुल 24 मंत्री हैं। मतलब भजनलाल सरकार 6 सदस्यों को मंत्री बना सकती है। मंत्रिमंडल के सदस्यों का कोरम पूरा करके भाजपा सभी वर्गों को साधने की कोशिश करेगी। ताकि उपचुनाव में हर वर्ग को पार्टी से जोड़ा जा सके। बता दें कि भजनलाल सरकार ने गंगानगर में हुए उपचुनाव से पहले सुरेंद्रपाल टीटी को मंत्री बना दिया था। मंत्री बनाए जाने के कुछ दिन बाद वो चुनाव हार गए। इसी वजह से उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। ऐसे में भजनलाल सरकार सादुलशहर से गुरवीर सिंह या गंगानगर से जयदीप बिहानी को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। इसके अलावा चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेडा से विधायक चंद्र कृपलानी, बाली से पुष्पेंद्र सिंह को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।