जयपुर– राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल को लेकर राजस्थान में हलचल बढ़ गई है। राजस्थान के साथ ही चार राज्यों में विधानसभा चुनाव है। फेरबदल व मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाओं की बीच राजस्थान में दावेदारो की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही कैबिनेट का विस्तार ओर कई बड़े बदलाव कर सकते है। केंद्र सरकार के द्वारा राजपूत, जाट, आदिवासी और दलित चेहरों का साधने का प्रयास किया जाएगा। 28 जून तक हालांकी तस्वीर साफ हो पाएगी।
लोकसभा चुनाव से पहले यह आखिरी विस्तार भी हो सकता है। अब ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है राजस्थान से कई चेहरे सामने आ रहे है। राजस्थान की भागीदारी कम होने के कारण विस्तार में राजस्थान के कई चेहरे इसमें शामिल हो सकते है। राजस्थान से कई ऐसे चेहरे है जो जातिगत समीकरणों के आधार पर मजबूत दावेदारी रखते है।
राजस्थान चुनाव से पहले भाजपा दलित और आदिवासी समाज पर भी अपना ध्यान केंद्रीत कर रही है। यहा से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और बांसवाड़ा सांसद कनकमल कटारा का नाम सामने आ रहा हैं। इनमें से किसी एक नाम को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही हे।
केंद्र सरकार ब्राह्मण व राजपूत वोटर्स को भी साधने का प्रयास कर रही है। ऐसे में मंत्रिमंडल में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी को शामिल किया जा सकता है तिवाड़ी के नाम को लेकर भी चर्चा जोरों पर है। राजसमंद सांसद दीयाकुमारी को मंत्रीमण्डल में शामिल किया जा सकता है इससे केंद्र सरकार महिला वोटर्स और राजपूत वोटर्स दोनों को एक साथ साध सकती है। इसके साथ ही सांसद सुमेधानंद सरस्वती के नाम को लेकर भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सांसद सुमेधानंद को भी काई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती हैं।