जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान लाल डायरी का मुद्दा छाया रहा। विपक्ष की और से लाल डायरी को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया गया। इस दौरान सत्ता सक्ष तथा विपक्ष के बीच जमकर तू तू मैं मैं भी हुई। इस दौरान लाल डायरी पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा इस तरह से लाल डायरी को छीनना गलता था। वहीं इस मामले को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार करते हुए कहा राजेंद्र गुढा और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ आपस में मिले हुए हैं। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही लाल डायरी का मुद्दा गहराने लगा था।
सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
लाल डायरी पर हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित किया गया। कार्यवाही के स्थगन के बाद भी जब हंगामा शांत नहीं हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। शून्यकाल के दौरान भी सदन में लाल डायरी का मुद्दा ही छाया रहा। शून्यकाल के दौरान विधानसभा स्पीकर की और से नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को बोलने की इजाजत दी गई। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस दौरान भाजपा विधायक मदन दिलावर के निलंबन को वापस लेने की बात कही उसके बाद लाल डायरी का जिक्र शुरू हो गया। लाल डयरी का मामला सामने आते ही सदन का माहौल गर्माने लगा।
भाजपा विधायकों ने की नारेबाजी
लाल डायरी पर पहले हंगामा होने पर कार्यवाही को आधे घंटे के लिए रोक दिया गया। राठौड़ को सदन में अपनी बात रखने के लिए कहा गया इस दौरान अचानक से डोटासरा खड़े हो गए जिसके बाद काफी देर तक दोनों के बिच बहस हुई। बहस को बढ़ता देख स्पीकर सीपी जोशी ने सदन को शांत करवाते हुए नेता प्रतिपक्ष को अपनी बात जारी रखने के लिए कहा। कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायकों की ओर से जमकर नारेबाजी भी की गई।