राजस्थान में भी अब माफिया और गैंगस्टर को यूपी स्टाइल में चेतावनी दी जाएगी। सीएम ने कहा कि बदमाश ज्यादा दिनों तक पुलिस से भागकर नहीं रह सकते हैं। अच्छा होगा सरेंडर कर दें। वरना उन्हें नेस्तनाबूद करने में अब राजस्थान सरकार भी पीछे नहीं रहेगी। योगी ने विधानसभा में कुछ समय पहले ही कहा था कि मैं माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा। कुछ इसी तरह की बात अब राजस्थान के सीएम अशोक ने गहलोत रविवार सुबह राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस समारोह में बोले हैं।
राजस्थान पुलिस ने पिछले दो माह में बदमाशों को पकड़ सलाखों के पीछे डाला है, उससे बदमाशों में भय व्याप्त हुआ है। राजस्थान की शांति को बनाए रखने के लिए अपराध को बढ़ने नहीं दिया जाएगा। सरकार का सिर्फ यही मकसद है कि अपराध मुक्त प्रदेश का निर्माण हो। इन दिनों कुछ वीडियो ऐसे भी वायरल हो रहे हैं जिनमें बदमाश पुलिस से माफी मांग रहे हैं।
राजस्थान पुलिस अब झुकेगी नहीं की तर्ज पर अपना काम कर रही है। इसीका परिणाम है बदमाश यहां से भाग रहे हैं। इस दौरान डीजीपी उमेश मिश्रा ने यह भी बताया कि 16 अप्रैल 1949 में राजस्थान पुलिस एकीकरण अध्यादेश जारी हुआ था। वर्तमान में राजस्थान पुलिस के पास एक लाख 12 हजार फोर्स है। जो कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराध रोकने का काम कर रही है। कार्यक्रम में सीएम ने परेड की सलामी भी ली। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित परेड की सलामी ली। जहां प्रशिक्षु आईपीएस शहीन सी के नेतृत्व में परेड में आरएसी, आयुक्तालय, रानी बटालियन, निर्भर्या स्क्वायड, हाड़ी मेवाड़ भील कोर, यातायात पुलिस, एसडीआरएफ की टुकड़ियां शामिल हुई।