Rajasthan News : राजस्थान में आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुविधा पर जबरदस्त काम हो रहा है जिसके चलते किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा होने पर तुरंत गति से कार्यवाही की जा रही है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि सरकार की तरफ से प्राकृतिक आपदा होने पर 24 घंटे कॉल के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं जिसका सीधा फायदा जनता को मिल रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि राजस्थान की भजनलाल सरकार में आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुविधा को लेकर और क्या क्या कार्य हुए हैं।
राजस्थान में अब कहीं भी प्राकृतिक आपदा घटित होने पर त्वरित कार्यवाही एवं मॉनिटरिंग के लिए 112 टोल फ्री नंबर पर आपदा से संबंधित कॉल हेतु 24 घंटे के राज्य आपदा परिचालन केन्द्र (एसईओसी) में कॉल सेन्टर की स्थापना जनवरी 2024 में की गई। राज्य के समस्त जिलों में आकाशीय बिजली से घटित घटनाओं की रोकथाम के लिए 2,130 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर पोर्टेबल लाईटिंग डिवाइस, लाईटिंग ऐरिस्टर लगाने का कार्य जारी।
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मानसून सत्र 2024 में बाढ़ से प्रभावित जिलों में संबंधित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर विभिन्न विभागों की क्षतिग्रस्त सार्वजनिक सम्पत्तियों की तात्कालिक मरम्मत हेतु 31 अक्टूबर, 2024 तक 15 हजार 228 कार्यों हेतु करीब 305 करोड़ रुपये की स्वीकृति जारी की गई।
प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, सूखा पाला, शीतलहर, ओलावृष्टि आदि) से प्रभावित व्यक्तियों, किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने हेतु करीब 1,962 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया गया।
नागरिक सुरक्षा जिलों के स्वयंसेवकों को कौशल विकास के लिए राज्य स्तरीय कोर्स संचालित कर 420 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान, जयपुर में प्रशिक्षण दिया गया।
राज्य में रासायनिक औद्योगिक आपदा के संबंध में एक राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन राज्य के प्रमुख दुर्घटना जोखिम वाले जिलों में जयपुर, जोधपुर एवं अलवर में स्थापित उद्योगों एवं बाड़मेर जिले में राजस्थान पैट्रो जोन पश्चिमी भारत में पैट्रो-केमिकल उद्योग को शामिल करते हुये तीन चरणों में किया गया।
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