पूर्व सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को अपनी बर्खास्तगी सहन नहीं हो रही है। गुढ़ा सीएम गहलोत पर जमकर बरस रहे हैं। एक के बाद एक सनसनीखेज बयानों से सीएम गहलोत के लिए संकट पैदा कर रहे हैं। आखिर ऐसा क्या है उस लाल डायरी में जो राजेंद्र गुढ़ा का गुस्सा फूट-फूट कर बाहर आ रहा है।
अपनी बर्खास्तगी को लेकर राजेंद्र गुढ़ा ने फिर से गहलोत पर हमला किया है। उन्होनें कहा कि मुझसे इस्तीफा मांग लेते तो मैं दे देता। रविवार को झुंझुनूं जिले के गुढ़ा बावनी और बामलवास गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान फिर से लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि अगर मैं नही होता तो आज दिन ही अलग होता। उस दिन सीएम ने कहा था कि गुढ़ा सब कुछ तेरे हाथ में है। अगर मैं नहीं होता तो आज मुख्यमंत्री जेल में होते।
लाल डायरी का बोलकर गुढ़ा से कराई डकैती
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि ईडी की छापेमारी के बीच जाकर मैनें वो डायरी निकाली। 150 सीआरपीएफ के जवानों के बीच 9वीं मंजिल पर जाना आसान नहीं था। गुढ़ा ने कहा कि गहलोत ने डायरी के लिए बोल कर मुझसे डकैती कराई है। गुढ़ा ने यह भी कहा कि मैनें सीएम गहलोत पर एक बार नहीं कई बार एहसान किए हैं। लेकिन उस आदमी में एहसान मानने का भाव नहीं है।
काले चिट्ठे थे इसलिए ही जलवाया
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि गहलोत बस बार-बार यही पूछते रहे कि उस डायरी को जलाया या नहीं। उसमें मुख्यमंत्री के काले चिट्ठे थे इसलिए डायरी जलवाई गई। सीएम ने उस वक्त कहा कि गुढ़ा तुझे तो हॉलीवुड में होना चाहिए था। वहीं गुढ़ा ने कहा कि जज भी फैसला सुनाने की एक प्रक्रिया पूरी करता है लेकिन गहलोत ने तो मुझसे एक बार भी नहीं पूछा। एक झटके में ही उड़ा दिया। आज विधानसभा में गुढ़ा फिर से लाल डायरी को लेकर सरकार को घेरंगे।