Deoli-Uniyara by-election : जयपुर। राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख के बाद प्रदेश की सियासत में हलचल बढ़ गई है। सभी पार्टियों ने कमर कस ली है, वहीं BAP पार्टी ने तो टिकट भी फाइनल कर दिया है। वहीं अब कांग्रेस और भाजपा भी जल्द सभी 7 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर देगी। आइए जानते है टाेंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट के बारे में, जहां कांग्रेस बड़ा दांव खेलने जा रही है। इसी सीट पर लगभग कांग्रेस उम्मीदवार का नाम तय हो गया है। अब सिर्फ घोषणा करने की देर है। इसके साथ ही भाजपा ने भी लगभग नाम तय कर दिया है, तो आइए जानते है क्या है पूरा मामला?
यह भी पढ़ें : बीकानेर में खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, 3300 लीटर घी सीज किया
कांग्रेस उम्मीदवार का नाम फाइनल
देवली उनियारा विधानसभा सीट की बात करे तो यहां से हरीश चंद्र मीणा के सांसद बनने से यह सीट खाली हो गई थी। ऐसे में यहां विधानसभा उपचुनाव होने जा रहे है।जिसकों लेकर इस सीट पर उम्मीदवारों के नाम फाइलन करने पर सस्पेंस बना हुआ है। लेकिन भाजपा और कांग्रेस से दो नाम सामने आ रहे है। जिसमें कांग्रेस पार्टी से नरेश मीणा का नाम लगभाग तय माना जा रहा है, वही दूसरी और भाजपा से पूर्व प्रत्याशी विजय बैंसला का नाम तय माना जा रहा है। हालांकि यह तो आने वाला वक्त ही बताएंगा कि पार्टी किसपर दांव लगाती है। काग्रेस की बात करे तो कांग्रेस तो देवली-उनियारा विधानसभा सीट सचीन पायलट का गढ़ मानी जाती है और यहां से पार्टी नरेश मीणा पर बड़ा दांव लगा सकती है। सबसे प्रबल दावेंदारों में नरेश मीणा का नाम सानमे आ रहा है। नरेश मीणा लंबे से समय से कांग्रेस के लिए राजनीति कर रहे हैं और खास बात यह है कि नरेश मीणा, सचिन पायलट के करीबी नेता माने जाते हैं। अगर इस सीट नरेश मीणा को टिगट मिलती है, तो भारतीय जनता पार्टी यहां मुश्किल में फंस सकती है। दरअसल, एक यह मीणा बाहुल्य वाली सीट है और नरेश मीणा खुद मीणा है और दूसरा सचिन पायलट के करीबी होने के चलते एक-तरफा वोट पड़ सकते हैं। देवली-उनियारा सीट पर मीणा जिसके साथ होंगे उसी कंडीडेट की जीत पक्की मानी जा रही है। देवली उनियारा सीट पर कांग्रेस की जीत में हरीश मीणा बड़ा रोल अदा कर सकते हैं क्योंकि वह वर्तमान में टोंक-सवाईमाधोपुर से लोकसभा सांसद हैं।
नरेश मीणा माने जा रहे है कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार
पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि यहां से भाजपा से कांग्रेस में आए प्रहलाद गुंजल को कांग्रेस टिकट दे सकती है। लेकिन अब प्रहलाद गुंजल ने भी साफ कर दिया है, कि नरेश मीणा ही सबसे प्रबल दावेदार है। प्रहलाद गुंजल ने कहा है कि मैं देवली-उनियारा विधानसभा सीट से उपचुनाव में दावेदार नहीं हूं। मैंने पार्टी अध्यक्ष और अन्य नेताओं को पहले ही अवगत करा दिया। यहां से उर्जावान, संघर्षशील नरेश मीणा को दो टिकट दो, वह एसेट है। ऐसे युवा नेता कम मिलते हैं। नरेश मीणा कांग्रेस की पूंजी बनकर उभरेगा। एक तरफ देवली उनियारा सीट से युवा नेता नरेश मीणा के नाम पर काफी चर्चा हो रही है। वहीं दूसरी और कांग्रेस लंबे समय से मीणा कंडीडेट पर दावं लगाती आ रही है। ऐसे में नरेश मीणा की उम्मीदवारी मजबूत मानी जा रही है, वैसे तो देवली उनियारा सीट पर कांग्रेस के पास उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट है। जिसमें पूर्व सांसद नमोनारायण मीणा, धीरज गुर्जर जो प्रियंका गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं, वर्तमान सांसद हरीश मीणा के बेटे हनुमंत मीणा और रामसिंह मीणा के नाम भी चर्चा में हैं। इस सीट पर विजय बैंसला और राजेंद्र गुर्जर, दो प्रबल दावेदार है।
बीजेपी किसपर खेलेंगी दांव
दोनों में से किसी एक पर पार्टी दांव खेल सकती है, लेकिन बीजेपी के सामने देवली उनियारा सीट पर सबसे बड़ी समस्या है गुटबाजी है। जिसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि लगातार दो विधानसभा चुनाव जीतने वाले हरीश मीणा के सांसद बनने के बाद खाली हुए इस सीट पर सचिन पायलट और हरीश मीणा की जोड़ी क्या जीत की हैट्रिक पूरी कर पाएगी? या फिर डबल इंजन की सरकार वाली सत्ताधारी बीजेपी 11 साल बाद अपनी आपसी गुटबाजी से निजात पाकर इस सीट को जीत का परचम लहराने में कामयाब होगी।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।