जयपुर। टोंक जिले के मालपुरा में निकाली जा रही कांवड़ यात्रा को लेकर एक बार फिर से विवाद देखने को मिला। इस दौरान पुलिस और कांवड यात्री आमने-सामने हो गए। दरअसल पुलिस और प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के लिए अलग प्रस्तावित मार्ग तय किया था। लेकिन कांवड यात्री अपने परंपरागत मार्ग से जाकर ही भगवान का आभिषेक करना चाहते थे। इसी बात को लेकर कांवड़ियों और पुलिस में बहस हो गई।
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बिना जल चढ़ाए वापस लौटे कांवड़ यात्री
मालपुरा प्रशासन ने सभी कावड़ यात्रियों को शहर से बाहर ही बेरिकेड्स लगाकर रोक दिया। इससे आक्रोशित कावड़ यात्री धरने पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। कई प्रयासों के बाद भी जब पुलिस और प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया तो बिना जल चढ़ाएं ही वापस लौट गए।
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परंपरागत मार्ग से निकलने की नहीं दी अनुमति
कांवड़ यात्रा को प्रशासन की ओर से परंपरागत मार्ग से निकलने की अनुमति नहीं दी गई। बाद में कांवड़ यात्रा को प्रशासन द्वारा तय किए गए परिवर्तित मार्ग से पहले अंबापुरा के आगे मालियों की बगीची स्थित भगवान शिव के मंदिर में जल चढ़ाने की अनुमति मांगी गई। जिस पर प्रशासन की ओर से अनुमति प्रदान की गई। इस दौरान प्रशासन की ओर से मालियों की ढाणी में बैरिकेट्स लगाकर मालपुरा की तरफ का मार्ग रोक दिया गया।
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भीड़ पर चली लाठियां
कावड़ यात्रियों में आक्रोश की वजह से वहां पर अनावश्यक भीड़ का भी जमावड़ा हो गया। कांवड़ यात्री सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इस दौरान पुलिस ने अनावश्यक हो रही भीड़ को लाठियां फटकार कर खदेड़ा।