जयपुर। देश की राजधानी दिल्ली की सियासत में एक और धमाल मच गया है क्योंकि यहां की सीएम आतिशी (Delhi CM Atishi) को ही सीएम आवास से बाहर निकाल दिया गया। इस मामले ने दिल्ली में तूल पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री आतिशी के सरकारी आवास को लेकर खबर है कि आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बीजेपी के इशारे पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर निकाल कर उनके आवास को सील करवा दिया है।
यानी यूं कहे के आम आदमी पार्टी और सीएम आतिशी (Delhi CM Atishi) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले केजरीवाल को अपना आदर्श मानने वाली आतिशी सीएम आवास में डबल कुर्सी लगाने को लेकर विवादों में घिर गई थी तो अब सीएम आवास से ही बाहर निकाल दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ऑफिस का आरोप है कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी मुख्यमंत्री का सरकारी आवास खाली कराया गया है। सीएमओ का कहना है कि यह सब कुछ बीजेपी के दबाव में किया जा रहा है, ताकि किसी बड़े नेता को यह आवास आवंटित किया जा सके।
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लेकिन बीजेपी का कहना है कि आतिशी ने बंगले (Delhi CM Atishi) पर अवैध कब्जा किया हुआ है। विवाद तब शुरू हुआ जब अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और आतिशी को नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। आतिशी हाल ही में इसी बंगले में शिफ्ट हुई थीं, जो पहले अरविंद केजरीवाल का सरकारी आवास था।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने प्रोटोकॉल के तहत बंगला (Delhi CM Atishi) खाली किया था, लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों ने आतिशी को इस बंगले का अधिकार नहीं दिया। वहीं, बीजेपी का आरोप है कि आतिशी अवैध रूप से इस बंगले में रह रही थीं और इसलिए ही इसे सील किया गया है।
बीजेपी को कहना है कि आतिशी (Delhi CM Atishi) को पहले ही मथुरा रोड पर एबी-17 बंगला आवंटित किया जा चुका है। लेकिन वह जबरदस्ती फ्लैगस्टाफ रोड़ वाले बंगले पर अपना हम जमाए बैठी थीं। वहीं आम आम पार्टी के नेताओं का कहना है केजरीवाल ने दस्तावेजों के साथ बंगला खाली किया है और बीजेपी सिर्फ भ्रम फैला रही है।
अब सवाल उठता है कि क्या यह पूरा विवाद सिर्फ एक बंगले का है, या इसके पीछे कोई बड़ी राजनीतिक चाल है? क्या बीजेपी वाकई दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर अपना दबदबा बनाने की कोशिश कर रही है, या यह सिर्फ आम आदमी पार्टी का एक और राजनीतिक दांव है। आपको क्या लगता है? क्या यह सिर्फ एक आवास का मामला है या इसके पीछे कोई और कहानी छिपी है? अपने विचार हमें कमेंट्स में बताएं और अगर आपको स्टोरी पसंद आई तो इसें शेयर करें।
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