कोटा। राजस्थान में मौसम के करवट बदलते ही बीमारियों का भी प्रकोप बढ़ने लगा है। सबसे खतरनाक बीमारी डेंगू के प्रदेश में कई सारे केस सामने आ रहे हैं। कोटा की बात करें तो वहां पर डेंगू के कारण लोगों की मौत हो रही है। कोटा प्रशासन डेंगू के जानलेवा होने से रोकथाम के प्रयास कर रहा है। अभी तक कोटा में डेंगू के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है।
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नेताओं के रिश्तेदार भी बीमारी की चपेट में
कोटा में डेंगू के कारण जिन 6 लोगों की मौत हुई है इनमें नेता के भतीजे भी शामिल है। इनके अलावा कोचिंग स्टूडेंट और अन्य लोगों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोटा में अब तक कुल डेंगू मरीज 395 सामने आ चुके हैं। बीते रविवार को ही 28 नए केस सामने आए। कोटा में बढते डेंगू के मामले और नए स्ट्रेन की पुष्टि होने के बाद जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने मोर्चा संभाल लिया है। कलेक्टर ओपी बुनकर ने शहर के जवाहर नगर, महावीर नगर, तलवंडी में जाकर चिकित्सा विभाग के प्रयासों का निरीक्षण किया।
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घातक है डेंगू का स्ट्रेन
एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर की जांच ने डेंगू के घातक स्ट्रेन के एक्टिव होने की पुष्टि की है। डी-2 स्ट्रेन के कारण डेंगू में मृत्युदर अधिक होती है। इसकी चपेट में आने से डेंगू शॉक सिंड्रोम व डेंगू हेमेंरेजिक सिंड्रोम हो जाते जो लिवर और किडनी को प्रभावित करता है। मेडिकल कॉलेज कोटा के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. मनोज सालूजा ने बताया कि इस स्ट्रेन के कारण फेफड़े और पेट के आसपास पानी भर जाता है। स्ट्रेन डी-2 में प्लेटलेट्स तेजी से गिरती है।
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