- सितम्बर माह से शुरू होगा रोप-वे
- 8 माह पहले शुरू हुआ था कार्य
जयपुर। राजधानी जयपुर के दिल्ली रोड पर स्थित खोले के हनुमानजी मंदिर में रोप-वे का ट्रायल शुरू हो चुका है। इस ट्रायल के सफल होने पर अन्नपूर्णा माता मंदिर से पहाड़ी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को अब सीढ़ियां चढ़ने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। रोप –वे का कार्य आज से करीब 8 माह पहले शुरू किया गया था। इसकी लागत की बात करे तो इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में 18 करोड़ रूपये हुए थे खर्च। 18 करोड़ रूपए की लागत से बने इस प्रोजेक्ट का लाभ जल्द ही श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को मिलने वाला है।
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श्रद्धालुओं को चढ़नी पड़ती है 121 सीढ़ियां
सामोद हनुमानजी को मिलने वाला यह रोप-वे प्रदेश का दूसरा रोप वे है। वहीं प्रदेश की राजधानी जयपुर की बात करे तो जयपुर को मिलने वाला यह दूसरा रोप-वे होगा। जानकारी देते हुए खोले के हनुमानजी मंदिर की संचालन समिति श्री नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बी.एम. शर्मा ने बताया की श्रद्धालुओं को अभी हनुमान जी मंदिर से वैष्णो देवी माता मंदिर तक पहुंचने के लिए पूरी 121 सीढ़ियां चढ़नी पडती है। वैष्णो देवी के दर्शन करने में सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना बुजुर्ग श्रद्धालु तथा बच्चों को करना पड़ता है। यदि रोप-वे शुरू हो जाता है तो श्रद्धालुओं को मंदिर तक जाने में आसानी होगी। मात्र 4 मिनट में ही मंदिर की दूरी तय कर ली जाएगी।
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800 लोग कर पाएंगे सफर
महामंत्री बी.एम. शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की रोप-वे के शुरू होने से टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। रोप-वे शुरू होने में सितम्बर तक का समय लग सकता है। सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए खाली ट्रॉलियों को चलाकर ट्रायल लिया जा रहा है। तथा खाली ट्रॉलियों के बाद भारी सामान रखकर ट्रायल लिया जाएगा। टेक्निकल सेफ्टी का सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही इसे आमजन के लिए शुरू किया जाएगा। इसमें 24 ट्रॉलियां उपलब्ध करवाई गई है। तथा 800 लोग इसमें सफर कर पाएंगे। वहीं दृश्य दिखाने के लिए राइड को दो बार रोका भी जाएगा।