जयपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस भले ही प्रत्याशियों की सूची तय नहीं कर पाई हो लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बयान से सचिन पायलट समर्थित विधायकों को राहत मिली है। सीएम गहलोत ने दिल्ली में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सचिन पायलट समर्थित सभी विधायकों और नेताओं को टिकट देने का वे पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि भले ही उनमें से कई विधायकों ने तीन साल पहले कुछ भी किया हो लेकिन कांग्रेस पूरी तरह से एकजुटता की भावना से काम कर रही है।
पार्टी के अंदरूनी मामले अपनी जगह है लेकिन चुनाव के दौरान सब एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं। गहलोत ने कहा कि उन्होंने पायलट समर्थित एक भी नाम को विरोध नहीं किया है। गहलोत और पायलट के बीच चल रहे विवाद से जुड़े सवाल का भी सीएम गहलोत ने खुलकर जवाब दिया। उन्होंने साफ साफ कहा था कि तीन साल पहले जब सरकार संकट में आ गई थी। तब सरकार बचाने के लिए विधायकों को 40 दिन तक होटलों में रहना पड़ा लेकिन जब सब ठीक हो गया तो होटल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपनी बात मीडिया के सामने रखी थी। गहलोत ने कहा कि आज भी वे उसी बात पर कायम हैं। तीन साल पहले सरकार बचने के बाद उन्होंने कहा था कि फॉरगेट एंड फॉरगिव यानी भूलो और आगे बढ़ो।
यह भी पढ़े: शांति धारीवाल के नाम पर भड़कीं सोनिया गांधी, उम्मीदवारी को किया खारिज, जानिए पूरा मामला
सीएम गहलोत ने कहा कि वे पुरानी बातों को भूल चुके हैं और एकजुट होकर आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं।सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है। सारे भेदभाव भुलाकर आगे बढ़ रहे हैं। बीजेपी वालों को इसी बात से परेशानी हो रही है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि उनकी पार्टी में कौन क्या कर रहा है या कह रहा है। इसका दूसरी पार्टी वालों को क्या मतलब है। सचिन पायलट के साथ रहे विवाद के बारे में भी गहलोत ने स्पष्ट कर दिया कि चुनाव के दौरान सब एकजुट हैं। किसी के बीच कोई विवाद नहीं है।