Madan Dilawar News : राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने रविवार (1 सितंबर) को उदयपुर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित 28वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस दौरान दिलावर ने कहा कि अब स्कल में अकबर को महान बताकर स्कूल में नहीं पढ़ाया जायेगा। जबकि अकबर ने देश को लूटने का काम किया।
महाराणा प्रताप का महान नहीं बताना निंदनीय: शिक्षा मंत्री
मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने कहा है कि महाराणा प्रताप ने मेवाड़ की आन, बान और शान की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी । लेकिन, यह निंदनीय है कि महाराणा प्रताप को कभी भी महान नहीं बताया गया। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा देना सबसे बड़ा धर्म है और सभी भामाशाह देवतुल्य हैं। भामाशाहों द्वारा प्रदान किए गए एक-एक पैसे का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें : भजनलाल सरकार का बड़ा तोहफा, राजस्थान में 500 करोड़ के खर्च से बनेगी फिल्म सिटी
राजस्थान शौर्य और वीरता वाली धरती
शिक्षा मंत्री दिलावर (Madan Dilawar) ने कहा कि 1997 में पूर्व मुख्यमंत्री शेखावत ने भामाशाहों से सहयोग लेने की परंपरा की शुरुआत की। राजस्थान भामाशाहों की परंपरा वाली धरती है। महाराणा प्रताप के समय जब उन्हें जंगलों में रहना पड़ा, तब भामाशाह ने अपना पूरा धन महाराणा प्रताप को प्रदान कर दिया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने मेवाड़ की स्वाधीनता की रक्षा करने के लिए आक्रमणकारियों और आक्रांताओं से संघर्ष करते हुए अपनी सारी सम्पत्ति दान कर दी। राजस्थान महापुरुषों, त्याग, तपस्या, शौर्य और वीरता की भूमि है।
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।