- राजस्थान में चल रहा बिजली का संकट
- राजस्थान में बढ़ी बिजली की औसत मांग
- गांवों और उद्योगों में की जा रही बिजली कटौती
जयपुर: राजस्थान में अभी बिजली का संकट (Electricity Crisis) चल रहा है इस बीच अब एक और झटका लगा है। बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिस वजह से ऊर्जा विभाग को महंगी दरों पर बिजली खरीदन पड़ रही है। राज्य में एनर्जी एक्सचेंज से 10 रूपए प्रति यूनिट तक बिजली खरीदी (electricity price) जा रही है। कोयले की आपूर्ति के लिए कोल इंडिया को एडवांस में पैसे दिए जा रहे हैं। राज्य में में पूरा अगस्त मानसून फीका रहा, जिस वजह से लगातर बिजली संकट बढ़ता जा रहा है। अब 17000 मेगावाट तक बिजली की मांग बढ गई है। बिजली के उत्पादन में कमी की वजह लगातार बढ़ रही मांग है।
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राजस्थान में बढ़ी बिजली की औसत मांग
राजस्थान में बिजली की औसत मांग 3311 लाख यूनिट प्रतिदिन रही,जो की पिछले वर्ष इसी माह की तुलना में 39 प्रतिशत ज्यादा है। बिजली की अधिकतम मांग 3607 लाख यूनिट/17548 मेगावाट रही है जो कि अभी तक की सर्वाधिक है।
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गांवों और उद्योगों में की जा रही बिजली कटौती
राज्य के विद्युत वितरण निगमो द्वारा किसी भी एक माह में अभी तक की अधिकतम विद्युत की आपूर्ति माह अगस्त के दौरान की गई है। अधिकतम मांग की आपूर्ति के बावजूद भी अगस्त महीने में पूरी मांग की पूर्ति नहीं की जा सकी है। राजस्थान के गांवों में 1 से डेढ़ घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है, इसके अलावा उद्योगों में भी लगातार बिजली काटी जा रही है।