राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ईआरसीपी आभार यात्रा (ERCP Aabhar Yatra 2024) के माध्यम से जनता के साथ जाकर उनका आभार जता रहे है। लेकिन इस दौरान टोंक में एक अजीबोगरीब घटना होने से सीएम शर्मा को भाषण देने से रोक दिया गया। बताया जाता है कि जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए माइक पर भाषण देने से रोक दिया और इसके कारण मुख्यमंत्री को बिना जनसभा को संबोधित किए जयपुर लौटना पड़ा।
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सीएम लेट पहुंचे
टोंक जिले के निवाई में प्रस्तावित सभा में सीएम निर्धारित समय से 4 घंटा लेट पहुंचे, (ERCP Aabhar Yatra 2024) तो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देकर जिला प्रशासन ने उन्हें संबोधन करने से रोक दिया गया। प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का हवाला देकर निवाई में मंच पर मौजूद उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और मंत्री कन्हैया लाल का माइक बंद करवा दिया था। ऐसे में सीएम वहां पहुंचे तो उन्हें भी जयपुर वापस लौटना पड़ा।
सीएम शर्मा को संबोधित किए बिना लौटना पड़ा
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार रात 10 बजे माइक का उपयोग नहीं कर सकते और (ERCP Aabhar Yatra 2024) ऐसे में माइक पर जनता को संबोधित नहीं कर सकें। सीएम शर्मा जनता का अभिवादन स्वीकार करने सीधे पंडाल की तरफ बेरिकेटिंग के पास चले गए और बिना माइक के ही संबोधित किया।
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सीएम ने मांगी क्षमा
प्रदेश की जनता के साथ मिलना अच्छा लगा और इसके कारण वह रास्ते में (ERCP Aabhar Yatra 2024) कार्यकर्ताओं के स्नेह को छोड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। इसी वजह से देरी हुई लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि निवाई जरूर आऊंगा और आपसे मिलूंगा, क्योंकि हम सभी कानून से बंधे है, मुख्यमंत्री भी कानून से बंधा है। सीएम ने इस बात स्वीाकर किया की कानून सबके के लिए एक जैसा है तो इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।