जैसलमेर- जैसलमेर में पाक शरणार्थियों को जिला प्रशासन से 40 बीघा जमीन मिलने के बाद सभी शरणार्थियों के चेहरे एक बार फिर से खिल उठे। दरसल जैसलमेर के मूल सागर गांव में अतिक्रमण हटाए जाने के दौरन सभी पाक शरणार्थि बेघर हो गए थे। प्रशासन द्वारा अब फिर से सभी पाक शरणार्थियों को रहने के लिए जमीन दी गई है जिसके बाद सभी मायूस चेहरों पर खुशी नजर आने लगी है। पाक शरणार्थि बेघर होने के बाद से ही देदासर रोड़ स्थित रेन बसरे में अस्थायी रूप से निवास कर रहे थे। जमीन मिलने के बाद अब जल्द ही सभी शरणार्थि अपनी जमीन पर अपना आशियाना बना सकेंगे।
पाक शरणार्थियों ने बताया की वह बेहद खुश है। इसके साथ ही सभी इस जमीन को लेकर कलक्टर टीना डाबी का भी आभार जताया। इसके साथ शरणार्थियों ने बतया की वह पकिस्तान से प्रताड़ित होकर जैसलमेर आए थे। जब वह यहा आए तो उन्होंने सरकारी जमीन पर रहने के लिए आशियाना बना लिया। प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए सभी कच्चे झोंपड़े वहा से हटा दिए। इसको लेकर खुब राजनीति भी गरमाई और इस मामले ने खुब सुर्खिया भी बटोरी। इस मामले के तुल पकड़ता देख कल्क्टर टीना डाबी ने इन सब के लिए 40 बीघा सरकारी जमीन अलॉट की है। इसके साथ ही प्रशासन की और से सभी परिवारों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था भी की गई है।
रेन बसेरे में रह रहे परिवार
पाक शरणार्थी अपने परिवार के साथ रेन बसेरे में रह रहे है। इसके साथ ही प्रशासन की और से सभी परिवारों को मुलभुत सुविधाएं उपल्ब्ध करवाई जा रही है। मूल सागर में यूआईटी कॉलोनी में जमीन अलॉट होने के बाद सभी जल्दी ही अपने मकानों में रहने लगेंगे। कलक्टर टीना डाबीक के आदेश के बाद अधिकारीयों द्वारा कमेटी का गठन कर जमीन आंवनटन की प्रकिया को पुरा किया जा रहा है। इस 40 बीघा जमीन पर 250 परिवारों को बसाने की योजना बनाई गई है।