जयपुर। जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर को पति का रिश्वत लेना भारी पड़ गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महापौर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्रवाई करते हुए बर्खास्त करने के आदेश जारी किए है। एंटी करप्शन ब्यूरो टीम की और से मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर तथा दो दलाल को गिरफ्तार किया गया है। महापौर मुनेश गुर्जर के घर छापा मार कार्रवाई के बाद महापौर गुर्जर पर गाज गिरी है।
महापौर मुनेश गुर्जर के नाम के साथ ही हेरिटेज नगर निगम के चेंबर में वाक्य लिखा हुआ हैं ईमानदारी व्यक्ति को निडर बनाती है, लेकिन इस वाक्य के बिल्कुल विपरित नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के पति को एसीबी ने रिश्वत के मामले में ट्रैप किया है। विपक्ष की और से लगातार मुनेश गुर्जर के साथ लिखी पंक्तियों पर जुटकी ली जा रही है। मुनेश गुर्जर को महापौर पद से सस्पेंड कर दिया गया है। राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन विभाग की और से आदेश जारी करते हुए लिखा गया। जारी आदेशों में जांच प्रभावित होने का अंदेशा होने के कारण से निलंबित किया गया है। आदेश जारी करते हुए कहा गया जांच में पद का दुरूपयोग ना हो इसके लिए कार्रवाई अमल में लाई गई है।
एसीबी की टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए निगम मुख्यालय में रखी फाइलों को भी जब्त किया गया है। वहीं एसीबी की टीम पूर्व में जारी किए गए पट्टों की भी जांच कर रही है। सुशील गुर्जर ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। सुशील गुर्जर ने साजिश के तहत कार्रवाई करने का आरोप लगाया। सुशील गुर्जर ने कहा यदि निष्पक्ष जांच होगी तो उसमे सब साफ हो जाएगा। मुझे उम्मीद है जांच निष्पक्ष होगी।