- राहुल गांधी की नजरों में गहलोत ने बनाई जगह
- चुनाव में गहलोत होंगे कांग्रेस का चेहरा?
- एक साथ की कई घोषणाएं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को बांसवाड़ा के के मानगढ़ धाम पहुंचे। इस दौरान विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर राहुल गांधी से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बड़ा गेम खेल गए। इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं। एक तो यह है कि वो अपने नेता राहुल गांधी की नजरों में अपनी खास जगह बनाना चाहते हैं। दूसरा यह कि वो चुनावों में अपना वोट बैंक पक्का कर सके इसके लिए एक साथ कई घोषणाएं कर दी। ऐसे में गहलोत घोषणा करने के परफेक्ट खिलाड़ी बन गए हैं।
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चुन-चनकर की घोषणाएं
सीएम गहलोत ने कल एक से बढ़कर एक ऐलान किए। उनकी घोषणाओं में साफ नजर आ रहा था कि उन्होनें यह गेम सोच-समझकर खेला है। उन्होनें एक साथ तीन वर्ग को टारगेट कर लिया। पहला ओबीसी वर्ग जिसमें कई सारी जातियां शामिल है। उनके आरक्षण को 6 प्रतिशत बढ़ाने का ऐलान किया। इसके बाद SC-ST के आरक्षण के परीक्षण की भी बात कही। राहुल गांधी के सामने ही मंच से गहलोत ने यह भी घोषणा कर दी कि राजस्थान सरकार जातिगत जनगणना कराएगी।
राहुल गांधी से पहले मिला गहलोत को बोलने का मौका
राहुल गांधी ने कल मानगढ़ धाम में जनसभा को संबोधित किया। लेकिन राहुल गांधी के भाषण से पहले अशोक गहलोत को बोलने का मौका मिला, जिसमें उन्होनें जमकर सिक्सर मारे। राहुल गांधी की मौजूदगी में इस तरह की घोषणा करते देख सभी चौंक गए। उन्होनें राहुल गांधी के सामने खुद को साबित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा। खबरों के मुताबिक इस बार कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है। लेकिन गहलोत खेमा ‘अबकी बार चौथी बार का नारा ‘ लेकर गहलोत को फिर से सीएम फेस के तौर पर लाने की कोशिश में हैं।
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गहलोत की तारीफ करने को मजबूर हुए राहुल
गहलोत को लगातार अपनी योजनाओं को गिनाते देख राहुल गांधी ने भी उनकी तारीफ कर दी। राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान सरकार की पुरानी पेंशन स्कीम से 90 लाख लोगों को फायदा मिला है। इससे पहले भी अशोक गहलोत राहुल गांधी की मौजूदगी में खुद को साबित कर चुके हैं। 19 दिसंबर 2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गहलोत ने प्रदेशवासियों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी।