राजस्थान में चुनावी माहौल को देखते हुए सरकारें एक्टिव मोड में है। मौजूदा सरकार जनता को अपने पक्ष में करने के लिए लुभावनी स्कीम उपलब्ध करा रही है। अपना वोट बैंक मजबूत करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। गहलोत सरकार आम जनता के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों को खुश करने की पूरी कोशिश कर रही है।
राजस्थान सरकार कर्मचारियों के लिए गुरुवार को खुश-खबरी लेकर आई। सरकार ने प्रमोशन को लेकर बड़ा फैसला किया है। गुरुवार को कार्मिक विभाग ने आदेश जारी कर कहा कि अब सरकारी कर्माचारी के तीसरा बच्चा होने पर भी उसकी पदोन्नति रोकी नहीं जाएगी। 3 बच्चे होने के बाद भी प्रमोशन मिल सकेगा।
पहले 3 साल देरी से मिलता था प्रमोशन
सरकार ने ऐसे कर्मचारियों की पदोन्नति पर रोक लगा रखी थी जिनके 3 बच्चे थे। उन कर्मचारियों को 3 साल देरी से प्रमोशन मिलता था। लेकिन अब 1 जून 2002 के बाद तीन से अधिक बच्चे होने वाले कर्मचारियों को भी प्रमोशन मिल सकेगा। साथ ही उनके वेतन में भी बढ़ोतरी की जाएगी। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के करीब 8 लाख कर्मचारियों को फायदा होने वाला है।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में बंद हुआ था प्रमोशन
2004 में यह नियम लागू किया गया था कि राज्य कर्मचारी या अधिकारी के 1 जून 2002 के बाद तीसरा बच्चा होने पर प्रमोशन नहीं मिल सकेगा। उस समय वसुंधरा राजे पहली बार मुख्यमंत्री बनी थी। पहले प्रमोशन रोकने की अवधि 5 साल की थी जिसे बाद में घटाकर 3 साल किया गया।
वर्तमान में राज्य की 125 सेवाओं के तहत अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत है। बता दें कि सरकार के इस फैसले में जुड़वा बच्चे, किसी तरह की विकलांगता से पीडित बच्चे
और कानूनन दूसरी शादी के बाद हुई संतान को तीसरी संतान नहीं माना जाएगा।