Rajasthan News : जयुपर।आज देशभर में गांधी जयंती मनाई जा रही है। वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय में गांधी जयंती का अवकाश रद्द करने का मामला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। इसपर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सवाल उठाए है, उन्होंने कहा है कि गोडसे के पदचिन्हों पर चलने वाले कभी भी गांधी जी के नहीं हो सकते हैं। राजस्थान यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े संघटक कॉलेजों में गांधी जयंती की छुट्टी को रद्द किया गया है। जिससे यह मामला चर्चा में आ गया है, आइए जानते है क्या है पूरा मामला?
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निर्धारित अवकाश को रद्द किया
बता दें कि राजभवन से जारी गाइडलाइन के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूर्व में निर्धारित अवकाश को रद्द कर दिया। राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलसचिव अवधेश सिंह ने कहा है कि राजभवन से पत्र मिला था। जिसमें महात्मा गांधी की जयंती के अवकाश को रद्द करते हुए संशोधित कैलेंडर जारी किया गया है। इस सवाल को उठाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि ‘गोडसे के पदचिह्नों पर चलने वाले क्या कभी गांधी के हो सकते हैं? क्योंकि गांधी जी के लिए संघ की शाखाओं से निकली नफरत किसी न किसी रूप में भाजपा सरकारों के निर्णयों में बाहर आ ही जाती है। पहले गांधी वाटिका का विरोध और फिर गांधी म्यूजियम को जनता के लिए बंद कर दिया। लेकिन अब गांधी जयंती पर राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा अवकाश रद्द करना बापू के प्रति भाजपा की नफरत को दर्शाता है।
षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगी भाजपा
डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा का षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा, क्योंकि गांधी जी इस देश में कण-कण में हैं। इससे पहले छात्र संगठन NSUI ने भी गांधी जयंती की छुट्टी रद्द करने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने बीजेपी के इस फैसले को वैचारिक मानसिकता दर्शाने वाला कृत्य बताया है।
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