जयपुर। राजस्थान की राजनीति में हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) वह नाम है जो केवल चुनाव में ही नहीं बल्कि हमेशा चर्चा में रहता है। राजस्थान में खासकर नागौर की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले हनुमान बेनीवाल भजनलाल सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। इतना नहीं हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैं कांग्रेस से बंधा हुआ नहीं हूं। तो चलिए विस्तार से जानते हैं ये असल माजरा क्या है…
24 घंटे सेवा में रहते हैं बेनीवाल
नागौर में जन-जन के नेता के रूप में मशहूर हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ऐसे पहले जाट नेता जो 24 घंटे जनता के सेवा में खड़े रहते हैं……हनुमान बेनीवाल अन्य नेताओं की तरह रात और दिन नहीं देखते…….बेनीवाल अपनों के लिए हमेशा खड़े रहते हैं…..उनके इसी बड़प्पन के चलते उन्हें जनता भरपूर प्यार देती है…..यहीं कारण है कि बेनीवाल की आरएलपी राजस्थान में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
शहीद जवान को लेकर सड़क पर उतरे
आपको बताते चले कि Hanuman Beniwal एक जवान शहीद होने पर सड़क पर उतर आए हैं…….नोखा के पांचू गांव के सेना के जवान रामस्वरूप कस्वां संदिग्ध हालात में दुनिया को छोड़कर चले गए हैं……दिवंगत सैनिक के परिजनों पिछले दिनों से धरना देकर बैठे इसलिए कि जवान को शहीद का दर्जा दिया जाए……साथ ही साथ सैनिक के परिजन सैनिक कल्याण के अधिकारी के निलंबन की मांग पर अड़े हुए हैं……..सैनिक का शव पिछले तीन दिन से आर्मी अस्पताल में रखा हुआ है……लेकिन प्रशासन इस मामले में कोई सुध नहीं ले रहा है।
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सैनिक जवान को शहीद के दर्जे की मांग
सैनिक जवान को शहीद का दर्जा नहीं देने के मामले में अब आरएपील पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी सड़क पर उतर आए हैं…….बेनीवाल बीकानेर पहुंचकर सैनिक परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए हैं……..बेनीवाल ने जिला प्रशासन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जवान को शहीद का दर्जा करने की मांग की है…..बेनीवाल ने सवाल उठाया है कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट आने से पहले कैसे सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी ने कैसे मान लिया कि जवान ने अपने आपको खत्म कर लिया।
सीएम भजनलाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ी
हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर सैनिक के परिजनों की मांग जब नहीं मान ली जाती है… हम धरने पर डटे रहेंगे……प्रशासन और हनुमान बेनीवाल के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है……लेकिन अभी तक हल कोई नहीं निकला…..बेनीवाल हार पार की लड़ाई का ऐलान भी कर चुके हैं…..आसपास के लोगों को भी बीकानेर पहुंचने का आह्वान किया है…..बेनीवाल का कहना है जब तक जवान को शहीद का दर्जा नहीं मिल जाता तब तक वह धरने पर डटे रहेंगे……..हनुमान बेनीवाल के इस कदम ने सीएम भजनलाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
हनुमान ने नहीं दिया कांग्रेस का साथ
आपको बताते चले कि हाल ही में हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार नहीं करने को कहा था कि वह कांग्रेस के पल्लू से नहीं बंधे हैं…बेनीवाल ने कहा कि मेरी भी पार्टी है……मैं इंडिया एलांयस के साथ हूं मगर कुछ निर्दलीयों का प्रचार करूंगा…..मेरो मुख्य उद्देश्य है भारतीय जनता पार्टी को मात देना और अपनी पार्टी को आगे बढ़ाना।
दोस्तों देखना दिलचस्प होगा कि हनुमान बेनीवाल के धरने पर डटे रहने पर प्रशासन जवान रामस्वरूप कस्वां को शहीद का दर्जा देता है या नहीं।
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