Hathras Kand : हाथरस में सत्संग आयोजन के दौरान मची भगदड़ का मामला अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ है। इस पूरे कांड के बाद सूरजपाल उर्फ बाबा चर्चा में हैं। हाथरस वाले इन बाबा को मीडिया से दूर रहना पसंद था, लेकिन अब वे पूरी तरह मीडिया के कैमरों की नजरों में है। बाबा की लाइफस्टाइल को लेकर भी हर दिन नए खुलासे हो रहे है। इसी कड़ी में अब एक और खबर सामने आई है, जिसके मुताबिक राजस्थान से भी बाबा के जुड़ाव का पता चलता है।
खुलासा हुआ है कि सूरजपाल बाबा का एक आश्रम राजस्थान के अलवर जिले के खेड़ली के पास सहजपुरा गांव में था। आश्रम के नजदीक रहने वाले लोग बताते है कि, जब भी बाबा आश्रम में आते थे तो उनके नहाने के लिए नीम की पत्तियों से खास पानी तैयार किया जाता था। यही नहीं बाबा के आश्रम में हमेशा कुंवारी लड़कियां रहती थी। रात्रि के समय में भी सेवादार आश्रम का पहरा देते थे। सभी लग्जरी सुविधाओं से लैस आश्रम में अंधविश्वास का खेल चलता था।
बाबा के कमरे में लग्जरी सुविधाएं
लोग बताते है कि, हर मंगलवार को भूत प्रेत भगाने के नाम पर आश्रम में महिलाओं के डंडे मारे जाते थे। यह आश्रम भी गांव वालों ने ही 10 साल पहले बनवाया था। सहजपुर गांव में स्थित इस आश्रम में सूरजपाल उर्फ़ बाबा साल 2020 में आखिरी बार आया था। उस समय उसे कोरोना हुआ था और यही रहकर उसने इलाज लिया था। इसके बाद से वह कभी खेड़ली या अलवर नहीं आया हैं। लोगों के मुताबिक बाबा के आश्रम में एसी डबल बेड-सोफा जैसी सुविधाएं हैं।
कुंवारी लड़कियों का रहता डेरा
ग्रामीणों के मुताबिक सूरजपाल के आसपास नहलाने, खाना-खिलाने व अन्य कार्यों के लिए कुंवारी लड़कियां रहती थी। वह अपने आसपास पुरुषों को रखने की अनुमति नहीं देता था। करीब डेढ़ बीघा क्षेत्र में बने हुए इस आश्रम में जिस जगह सूरजपाल बैठते थे, उस सोफे की सुबह शाम आरती हुआ करती थी।