राजस्थान के बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना इलाके में एक स्कूल में एक बच्चे को बिना परमिशन टॉयलेट जाने से खफा होकर हेडमास्टर ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। हेडमास्टर ने बच्चे को डंडा मारा जो उसकी आंख पर जा लगा, जिससे वह खूनमखान हो गया, बच्चे के चार टांके आएं हैं।
जानकारी के अनुसार मामला बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र के निंबलकोट के लाखोणी गोदारों की ढाणी स्थित स्कूल में 11 मार्च का बताया जा रहा है। इस संबंध में बुधवार को बच्चे के पिता ने सिणधरी थाने में टीचर के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया है। वहीं इस मामले को लेकर हेडमास्टर का कहना है कि दो बच्चे दौड़ रहे थे, तभी ये चोट लगी, उस दिन मैं स्कूल में था ही नहीं। पीड़ित के पिता हुकमाराम ने सिणधरी थाने में दी अपनी शिकायत में बताया है कि उसका बेटा रावतराम (13) राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लाखोणी गोदारों की ढाणी में 8वीं क्लास में पढ़ता है।
हर रोज की तरह 11 मार्च को भी उनका बेटा रावतराम स्कूल गया था। दोपहर करीब 12 बजे उसे टॉयलेट लगी। इस दौरान क्लास में कोई नहीं था तो बिना परमिशन क्लास रूम के बाहर आ गया। जब वह क्लासरूम में लौट रहा था तो हेडमास्टर सुरेश कुमार प्रजापत ने देख लिया। हुकमाराम ने कहा कि इस दौरान उनके हाथ में डंडा था। बिना परमिशन टॉयलेट जाने पर वह गुस्सा हो गए और बच्चे का हाथ पकड़ कर सिर पर डंडे से मारने लगा। इस दौरान रावतराम ने बचने के लिए सिर को हिला दिया और डंडा सीधा उसकी आंख के ऊपर जा लगा।
डंडा लगते ही उसके खून निकलने लगा और बेहोश होकर नीचे गिर गया। खून से मुंह भी लथपथ हो गया था। बच्चे की हालत देख हेडमास्टर सुरेश कुमार उसे निंबलकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले आए। सूचना पर परिवार भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जब पिता ने पूछा कैसे लगी तो कहा कि नॉर्मल डंडे की लग गई, इलाज करवा दिया और घर पर ले जाओ।पिता हुकमाराम का कहना है कि बच्चे को सिणधरी हॉस्पिटल लेकर गया और वहां भी इलाज करवाया। एक दिन एडमिट रखने के बाद छुट्टी दे दी गई है, लेकिन बीते चार दिनों से पट्टी करवाने लेकर जा रहा हूं।
सिणधरी थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि 11 मार्च को हुकमाराम ने रिपोर्ट दी थी। इस पर बुधवार को मामला दर्ज कर बच्चे का मेडिकल करवा दिया गया है। बच्चे को एक ही जगह पर चोट का निशान है।