वर्तमान समय में लोगों का जीवन इस तरह बदल गया है कि उन्हें स्वयं के लिए भी समय नहीं मिल पाता है। काम का बोझ व्यक्ति पर इस तरह है कि उसका जीवन तनावपूर्ण बन गया है। छोटी-छोटी खुशियां तो व्यक्ति के जीवन से जैसे गायब ही हो चुकी है। प्रतिस्पर्धा के वर्तमान माहौल में तनाव मुक्त रहना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।
तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसे शब्दों को लोगों की दुनिया से हटाने के लिए राजस्थान में प्रदेश की पहली हैप्पीनेस लैब स्थापित की गई है। इस लैब में लोगों बताया जाएगा कि खुशियां कैसे अपने जीवन में लानी है।
भूटान के पूर्व शिक्षामंत्री नोरबू वांगचुक ने अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस पर राजधानी जयपुर के जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में प्रदेश की पहली हैप्पीनेस लैब का उद्घाटन किया है। इस लैब में स्ट्रेस फ्री लाइफ जीना और फीलिंग्स पर कंट्रोल करना सिखाया जाएगा।
किसी भी व्यक्ति का लेक्ट्रो फोटोनिक इमेजिंग, शरीर और अंगों के एनर्जी फील्ड, सात चक्र और अंग का विश्लेषण करके उसे सारी चीजें बताई जाएगी। इसका नाम H-20 फॉर लाइफ रखा गया है। यह लैब सकारात्मक मुद्दों पर काम करेगी। अगर व्यक्ति के मन से नकारात्मकता खत्म कर दी जाए तो वह केवल सकारात्मक तरीकों से ही सोचने लगेगा।