Govind Singh Dotasra News : पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा के साथ हुए दुव्यवहार को लेकर भजनलाल सरकार पर सवाल उठाए है, उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा के साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और भाजपा विधायक जितेंद्र गोठवाल द्वारा जो बर्ताव किया गया वो अत्यंत निदंनीय है। ऐसा बर्ताव उन्हें शोभा नहीं देता है, आइए जानते है क्या है पूरा मामला?
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि भाजपा के नेताओं को किसान के हक की बात सुई की तरह चुभती है। किसानों की आवाज उठाने वाली आदिवासी महिला विधायक कांग्रेस को अपमानित करना आरएसएस के आदिवासी एवं महिला विरोधी चेहरे को उजागर करता है। भाजपा सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है लेकिन कांग्रेस का नेता और कार्यकर्ता इनसे डरेगा नहीं।
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बता दें कि सवाई माधोपुर जिला परिषद सभागार में ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर की अगुवाई में आयोजित समीक्षा बैठक हंगामे की वजह से बाधित हो गई। सभा में बामनवास विधायक इंदिरा मीणा और ऊर्जा राज्यमंत्री नागर के बीच बिजली आपूर्ति और भ्रष्टाचार को लेकर जोरदार बहस हुई। खंडार से भाजपा विधायक जितेंद्र गोठवाल भी इस तीखी बहस के केंद्र में रहे। इंदिरा मीणा ने बिजली आपूर्ति में ठेकेदारों और दलालों की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर ट्रांसफॉर्मर नहीं मिल रहे और क्षेत्र में बिजली की समस्या गंभीर है।
ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने आरोप लगाया कि ठेकेदारी प्रथा और भ्रष्टाचार पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की देन है, मंत्री की यह बात सुनकर कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा भड़क गईं। उन्होंने कहा कि आप मुद्दे की बात नहीं कर रहे, यहां किसानों को बिजली नहीं मिल रही। आप उल्टा हमारी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, ऊर्जा राज्यमंत्री ने जवाब में कहा कि यह सब गहलोत सरकार की देन है। जो दलाली आपने और गहलोत सरकार ने मचाई थी, उसे हम सुधार रहे हैं। इस पर नाराज कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा ने गुस्से में अपने हाथ में रखा एजेंडे का कागज फाड़कर टेबल पर फेंक दिया और मीटिंग रूम से बाहर चली गईं।
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