जयपुर। अब जल्द ही राजस्थान के हस्तशिल्प उद्योग (Jaipur Handicrafts) के अच्छे दिन आने वाले हैं। क्योंकि इस पर राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी (Diya Kumari) ने इसके विकास को लेकर बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा क्राफ्ट विलेज, कुण्डा आमेर का वर्चुअल लोकार्पण किया है। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित गणमान्यो को संबोधित करते हुए कहा कि शिल्पग्राम के विकास से उत्पादों को बेचने के लिए स्थानीय हैंडीक्राफ्टर्स को उपयुक्त जगह मिलेगी, वहीं उनके उत्पादों को भी अच्छा दाम मिल सकेगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी मिल सकेगी।
पर्यटन व हस्तशिल्प उद्योग साझा करे मंच
दिया कुमारी ने कहा कि भारतीय शिल्प, कला व संस्कृति का समावेश है। यह विश्व के किसी अन्य देश में देखने को नहीं मिलता है। पर्यटन व हस्तशिल्प उद्योग एक मंच पर साझा प्रयास करें, तो इस उद्योग के विकास की संभावनाएं अपार होंगी। देश में पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। यह विश्व पटल पर भारत के पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ते कदम का नतीजा है। उन्होंने कहा कि जयपुर की परंपरागत हस्तशिल्प कला (Jaipur Handicrafts) को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने और आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार और राज्य सरकार मिल कर कार्य कर रही है। इसके साथ ही जयपुर के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर इस तरह की योजनाएं सृजित करने के प्रयास किए जा रहे है।
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भारत सरकार और जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रयासों की प्रशंसा
आमेर विधायक ने हैंडिक्राफ्ट विभाग भारत सरकार और जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की योजनाओं से पारंपरिक हस्तशिल्प कला को बढ़ावा मिलेगा। जिससे रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। जयपुर विकास आयुक्त मंजू राजपाल ने कहा कि वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा हस्तशिल्प कला (Jaipur Handicrafts) एवं पर्यटन को बढावा देने हेतु कुम्हारों का मोहल्ला, ग्राम कुण्डा, आमेर, जयपुर को क्राफ्ट ट्यूरिज्म विलेज के रूप में विकसित किये जाने का कार्य स्वीकृत किया गया। कार्यक्रम समापन के पश्चात् लोकर्पण स्थल के पास आयोजित प्रदर्शनी का विधायक आमेर, जयपुर विकास आयुक्त, विकास आयुक्त, हैंडीक्राफ्ट, भारत सरकार द्वारा अवलोकन भी किया गया।
सरकार ने स्वीकृत किए 537 लाख रूपये
उक्त कार्य हेतु राशि 537.00 लाख रूपए की डी.पी.आर. वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित की गई है जिसमें भारत सरकार एवं राज्य सरकार का अंश क्रमशः राशि 412.00 लाख रूपए एवं राशि 125.00 लाख रूपए है। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा फेज-प्रथम में राशि 365.68 लाख रूपए का कार्यादेश जारी किया गया। वर्तमान में राशि 327.21 लाख रूपए की लागत से फेज-प्रथम का कार्य पूर्ण किया गया है। जिसके अंतर्गत 80.34 लाख रूपए का व्यय किया गया है। उक्त कार्य के अंतर्गत कुम्हारों के घरों का फ्रन्ट फसाड़ कार्य, कुम्हारो के कार्यक्षेत्र का विकास, प्रवेश एवं निकास द्वार, साइनेजेज, रोड लाईट, कुम्हारो की जीवन शैली से संबंधित स्कल्पचर कार्य, कोबल सड़क निर्माण कार्य, खुले नाले को कवर करने के साथ-साथ सौन्दर्गीकरण एवं विभिन्न विकास कार्य किये गये है।
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जयपुर विकास प्राधिकरण कार्यकारी एजेन्सी नियुक्त
उल्लेखनीय है कि जयपुर विकास प्राधिकरण को उक्त कार्य के लिए कार्यकारी एजेन्सी नियुक्त किया गया एवं कार्य पूर्ण होने के पश्चात् अनुबन्ध के अनुसार डीसी हैंडीकाफ्ट द्वारा वस्त्र मंत्रालय एवं पर्यटन विभाग में सामंजस्य स्थापित करते हुए क्राफ्ट विलेज के संचालन हेतु एक प्रबन्धन कमेटी बनाई जायेगी। कार्यक्रम प्रशांत किशोर, विधायक आमेर, जयपुर विकास आयुक्त मंजू राजपाल एवं अमृत राज, विकास आयुक्त, हैंडीक्राफ्ट, भारत सरकार की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। साथ ही जेडीए के अभियांत्रिकी शाखा के अधिकारी भी उपस्थित रहे।