जयपुर। जन्माष्टमी पर्व पर भगवान बांके बिहारी जी के दर्शन को आतुर श्रद्धालुओं में भक्ति सर चढ़ कर बोल रही है। जैसे-जैसे नंद गोपाल के जन्म का वक्त करीब आ रहा है वैसे-वैसे श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ता जा रहा है। रंग-बिरंगे मोहक परिधानों में बच्चों एवं युवा और महिलाएं भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए पलके बिछाएं बैठे हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर समेत अन्य जिलों में भी जन्माष्टमी की धूम है।
जयपुर के बड़े मंदिरों में जन्माष्टमी में महोत्सव 7 सितंबर को मनाया जाएगा। जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर, राधा दामोदर मंदिर, लाडली जी का मंदिर,अक्षय पात्र कृष्ण बलराम मंदिर और इस्कॉन मंदिरों में खास व्यवस्था की गई है। ठाकुर जी राजस्थानी जड़ी वाली पोशाक पहनेंगे। जन्माष्टमी के दिन ठाकुर जी को विशेष जड़ी पोशाक धारण कराया जाएगा। इस राजस्थानी शैली में तैयार किया गया है, इस पोशाक को बनाने में एक महीने में ज्यादा का समय लगता है। भगवान का अलंकार श्रृंगार साल में मात्र एक बार होता है।
गोविंद देव जी मंदिर में दर्शन का समय
जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर में 7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सुबह 4:30 बजे से 6:45 बजे तक का मंगला आरती दर्शन होंगे। मंगला आरती के समय ठाकुर जी का अभिषेक किया जाएगा। उसके बाद भगवान को नए कपड़े पोशाक धारण कराए जाएंगे। भगवान का विशेष माला श्रृंगार और अलंकार श्रृंगार करने के बाद भक्तों के लिए दर्शन खोले जाएंगे। गोविंद देव जी के दर्शन भक्त पूरे दिन कर सकेंगे। बीच में 10 मिनट के लिए भोग के समय दर्शन रोके जाएंगे। रात 12:00 बजे 31तोपों की सलामी के बाद दर्शन खोलेंगे। इसके बाद शालिग्राम पूजन और उसके साथ ही ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक होगा। जन्म अभिषेक 425 लीटर दूध 365 लीटर दही 11 किलो घी 85 किलो बूरा 11 किलो शहद से होगा। इस दौरान 6 पंडित वेद पाठ करेंगे।
मंदिर से निकलेगी शोभा यात्रा
8 सितंबर को सुबह 9:15 से 10:00 बजे तक नंदोत्सव के तहत श्रृंगार झांकी निकाली जाएगी। शाम को गोविंद देव जी मंदिर शोभायात्रा निकाली जाएगी। गोविंद देव जी से पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी के मंदिर तक जाएगी। शहर के आराध्य देव नगर भ्रमण पर निकलेंगे। जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में इस बार भक्त लड्डू गोपाल का अभिषेक जन्मोत्सव नए वस्त्र धारण करवाने और पूजा अर्चना आरती के साक्षात दर्शन कर सकेंगे।
अक्षय पात्र मंदिर में यह रहेगी व्यवस्था
जगतपुरा में हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्री कृष्णा बलराम मंदिर में 7 सितंबर को जन्माष्टमी और 8 सितंबर को नंदोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने जन्माष्टमी पर भक्तों की लाखों की संख्या में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं, इसमें तीन स्थानों के 350 पुलिसकर्मी सो होमगार्ड के जवान ढाई सौ सुरक्षा करने और 1000 वालियंटर तैनात रहेंगे। साथ ही 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मंदिर में गुरुवार सुबह 4:30 बजे मंगला आरती के दर्शन होंगे। वही सुबह 7:30 बजे श्रृंगार दर्शन होगा, जो रात 12:00 बजे तक चलेगा। रात 10:00 बजे से 11:00 बजे तक महा अभिषेक और महा संकीर्तन होगा। इसके बाद रात को 12:00 बजे महा आरती की जाएगी। भगवान को 108 तरीके के व्यंजनों का भोग लगेगा। वही नंदोत्सव के दिन प्रभुपाद जी का 127 वा जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए शहर के अलग-अलग घरों से प्रसाद तैयार करके लाया जाएगा।