Jaipur Sehri Iftar Time: पूरी दुनिया में इस समय रमजान का महीना चल रहा है। भारत और जयपुर में 3 अप्रैल 2024 को 24 तरावीह और 23 रोजे हो जाएंगे। 3 अप्रैल 2024 को जयपुर में 23वां रोजा 4:57 am पर रखा गया है। 3 अप्रैल 2024 को जयपुर में 6 बजकर 53 मिनट पर 23वां रोजा खोला जाएगा। रोजेदारों ने अलसुबह उठकर खाना पीना बनाकर फारिग होकर फज्र की नमाज अदा की। जयपुर की जामा मस्जिद में रात के समय 8 बजे तरावीह की नमाज होती है। 3 अप्रैल 2024 को जयपुर में 24वीं तरावीह होगी, 4 अप्रैल 2024 को 25वीं तरावीह की नमाज होगी। तो चलिए जयपुर में 4 अप्रैल 2024 को रमजान का टाइम टेबल जान लेते हैं। जयपुर में गुरुवार 4 अप्रैल 2024 को 24वां रोजा (Jaipur Sehri Iftar Time) रखा जाएगा।
यह भी पढ़ें : \Jaipur Sehri Iftar Time: जयपुर सेहरी इफ्तार टाइम 3 अप्रैल 2024, 23वीं सेहरी कब होगी!
जयपुर सेहरी इफ्तार टाइम 4 अप्रैल 2024
(Jaipur Sehri Iftar Time 4 April 2024)
जयपुर में इंशाअल्लाह 24वां रोजा 4 अप्रैल 2024 को रखा जाएगा। ऐसे में 3 अप्रैल 2024 की शाम को ही 24वीं तरावीह की नमाज हो जाएगी। जयपुर में 24वीं सेहरी का समय हम आपको बता रहे हैं। जयपुर में 24वीं सेहरी 4 अप्रैल 2024 गुरूवार की सुबह 4:55 बजे खत्म हो जाएगी। यानी इससे पहले आपको जो खाना पीना है वो सब कर लें। 4 बजकर 55 मिनट के बाद सेहरी का समय समाप्त हो जाएगा। फिर आपको रोजे की नियत कर लेनी है और फज्र की नमाज पढ़नी है। रोजा रखकर बुरी बातें और गीबत न करें, वरना आपको जहन्नम की आग में जलना पड़ेगा।
जयपुर में 4 अप्रैल 2024 को रोजा कब खुलेगा?
(Jaipur Sehri Iftar Time 4 April 2024)
Jaipur में Sehri के बाद अब Iftar Time की बात करें तो आप 24वां रोजा 4 अप्रैल 2024 जुमेरात की शाम को 6 बजकर 53 मिनट पर खोल सकते हैं। मतलब जयपुर में 24वें दिन की रोजा इफ्तारी 6:53 AM पर होगी। मगरिब की नमाज रोजा खोलने के बाद पढ़ी जाएगी। आप सबको वक्त का खास ख्याल रखना है। अगर कहीं बाहर है तो वहीं पर रोजा खोल लें। जयपुर में रामगंज बाजार के आसपास वाले रोजेदारों की खास मेहमाननवाज़ी करते हैं। जामा मस्जिद जो कि जौहरी बाजार में है वहां पर तरावीह की नमाज में आप शामिल हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें : Ramadan 2024 Day 22 Sehri-Iftar Time: भारत के 10 बड़े शहरों में 2 अप्रैल 2024 को सेहरी इफ्तार का टाइम जान लें
जयपुर का रमजान नहीं देखा तो क्या देखा
जयपुर के परकोटे वाले इलाके में इफ्तार के समय अलग ही माहौल रहता है। रामगंज बाजार में इफ्तार की प्लेट सजने लग जाती हैं। दुकान वाले आते जाते राहगीरों को दावत देकर रोजा इफ्तार करवाते हैं। जयपुर में हिंदू भाई भी जुम्मे की नमाज के लिए जौहरी बाजार में वजू और जानमाज की व्यवस्था करते हैं। गंगा जमुनी तहजीब की झलक गुलाबी नगरी में साफ तौर पर देखने को मिलती है। 5 अप्रैल को रमजान का अलविदा जुम्मा आ रहा है। जामा मस्जिद जौहरी बाजार में इसके लिए खास इंतजामात किए जाएँगे।
तीसरा अशरा शुरु हो चुका है
रमजान का तीसरा अशरा बीस रमजान की शाम से शुरु हो चुका है। इसमें जहन्नम की आग से आजादी की दुआ मांगी जाती है। साथ ही पांच वित्र यानी विषम रातों में से कोई एक शबे कद्र की रात होती है। जिसे कुरान में लैलतुल कद्र की रात भी कहा गया है। ये रात एक हजार महीने के बराबर होती है। मतलब इस रात जो बंदा अल्लाह की इबादत करता है तो उसे 84 साल की इबादत करने का सवाब मिलता है। ये 21,23,25,27,29 में से कोई एक रात हो सकती है। भारत में 27वीं रात में जागने का रिवाज है। इस रात फरिश्तों के सरदार जिब्रील अमीन फरिश्तों की जमात के साथ जमीन पर उतरते हैं और अल्लाह के हुक्म से फज्र की नमाज तक खैर और बरकत बांटते हैं।