Jat Aarakshan Rajasthan: राजस्थान में जाट समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। भरतपुर और धौलपुर के जाट लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा शासित भजनलाल सरकार की चिंता बढ़ाने में लगे हैं। जाट केंद्र के ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। फिलहाल शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा है। आंदोलन स्थल पर संख्या में महिलाएं लाठियां लेकर पहुंची हैं। महिलाओं का कहना है 'अपने बच्चों के भविष्य के खाते हमें आरक्षण चाहिए।'
भरतपुर धौलपुर के जाट सरकार से नाराज
आंदोलन स्थल पर बैठी महिलाओं का कहना है कि वे इस लड़ाई के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि भरतपुर और धौलपुर जिलों के जाट केंद्र की केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण की मांग सन 1998 से करते आ रहे है। अभी तक प्रदेश के सभी जिलों के जाटों को केंद्र के ओबीसी में आरक्षण प्राप्त है लेकिन भरतपुर धौलपुर जिलों के जाटों को नहीं। अपने साथ हो रहे इस सौतेले व्यवहार के चलते भरतपुर धौलपुर का जाट समुदाय सरकार से नाराज है।
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23 जनवरी से जाट करेंगे चक्का जाम
जाट समुदाय फिलहाल शांतिपूर्ण तरीके से मुंबई दिल्ली रेल मार्ग से करीब 300 मीटर दूर गांव जयचौली में आंदोलन कर रहा हैं। जाट नेताओं ने अल्टीमेटम दिया है कि वे राम मंदिर की वजह से 22 जनवरी तक शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। इसके बाद 23 जनवरी को चक्का जाम किया जाएगा। बता दे, अभी तक सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों के पास कोई नहीं पहुंचा हैं। जाट नेताओं ने 23 जनवरी को सरकार को समुदाय का दमखम दिखाने का निश्चय किया है।
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