जयपुर। राजस्थान में भरतपुर-धौलपुर के जाट पिछले 23 दिनों से केंद्र में ओबीसी में आरक्षण (Jat Arakshan) की मांग को लेकर महापड़ाव पर हैं। इस आंदोलन के तहत 7 फरवरी को जाटों ने मुंबई-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर चक्का जाम का करने का ऐलान किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। क्योंकि चक्का जाम से पहले राज्य सरकार (Bhajan Lal Sarkar) और जाट प्रतिनिधिमंडल के बीच बातचीत हुई है। यह बातचीत सकारात्मक रही जिसकी वजह चक्का जाम को स्थगित कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: अब नहीं बचेंगे Paper Leak करने वाले, Bhajan Lal Sarkar ने SIT को दिया ये आदेश
जारी रहेगा महापड़ाव
हालांकि, जाट समाज का कहना है कि उनका यह महापड़ाव जारी रहेगा। हालांकि, भजन लाल सरकार (Bhajan Lal Sarkar) ने जाट प्रतिनिधिमंडल को लिखित में दिया है कि 3 के अंदर केंद्र सरकार के साथ जाट प्रतिनिधिमंडल की वार्ता होगी। भरतपुर-धौलपुर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार के नेतृत्व में 8 सदस्यों की कमेटी और राजस्थान सरकार की कमेटी के बीच जयपुर में पिछले दिनों बातचीत हुई थी। इस बैठक में राज्य सरकार की तरफ से मंत्री कन्हैयालाल चैधरी, मंत्री अविनाश गहलोत, गृह सचिव आनंद कुमार और समाज कल्याण विभाग के सचिन हेमंत गेरा ने बात की थी। यह बैठक जयपुर के विद्युत भवन में हुई थी। इसमें भजन लाल सरकार ने कहा था कि 3 दिन के अंदर इस मामले में केंद्र सरकार से बात की जाएगी और राष्ट्रीय अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के मंत्री सहित सचिव से भी बात की जाएगी। राजस्थान सरकार ने भरतपुर-धौलपुर जिलो के जाटों को केंद्र की ओबीसी में आरक्षण देने के लिए 2020 में सिफारिश के लिए चिठ्ठी भेजी थी।
यह भी पढ़ें: भ्रष्ट कर्मचारियों पर गिरेगी Bhajan Lal Sarkar की गाज, जारी हुए ये आदेश
21 लोगों का अनशन खत्म
भरतपुर-धौलपुर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक फौजदार ने कहा कि हम तय कर चुके हैं कि जब तक आरक्षण (Jat Reservation) नहीं मिलेगा, तब तक महापड़ाव जारी रहेगा। अभी राज्य सरकार के साथ वार्ता हुई है जिसमें उन्हें लिखित में दिया गया है कि 3 दिन के अंदर दिल्ली में केंद्र सरकार के साथ हमारी बातचीत कराई जाएगी। इस वजह से अभी चक्का जाम को रोक दिया गया है। हालांकि उनका यह महापड़ाव जारी रहेगा। महापड़ाव स्थल पर जो 21 लोग 3 दिन से अनशन कर रहे थे, उनका अनशन खत्म करा दिया गया है।