जयपुर। राज्य में चुनाव (Election) की तारीख घोषित होने के साथ ही आचार संहिता भी लग गई, ऐसे में शहर के अंदरूनी और बाहरी इलाको में कई निर्माण कार्य या तो थम गए या उनके निर्माण की गति ना के बराबर रह गई। जिससे लोगों को आने वाले कई महीनों तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। लोग परेशान भी है, चुनाव में वोट मांगने आ रहे ऐसे नेताओं को जनता को खरी खरी भी सुनने को मिल रही है। कोई शहर में खुदी सड़को व सफाई व्यवस्था से दुखी है तो कोई नाली खरजों से। लेकिन जयपुर शहर में न्यू सांगानेर रोड जहां लोगों की परेशानी का कारण एक चौराहा बन गया है। और अब ये चौराहा एक समाज के दो पक्षों के लिए नाक का सवाल भी बना है।
चौराहा का नाम हो खरबास
मानसरोवर इलाके में चौराहे के इर्द गिर्द सड़क का काम तेजी से किया जा रहा है। यूं तो इस चौराहे का निर्माण भी पहले ही हो चुका है, लेकिन इसके अन्दर की खुबसूरती की आभा को लेकर एक ही जाट समाज के लोगों में मतभेद है,इस सर्किल को लेकर समाज के ही खरबास गोत्र के कुछ लोगों का कहना है कि जिस जमीन पर ये चौराहा बनाया गया है, वो उनके पुरखों की ज़मीन है तो चौराहा का नाम खरबास चौक होना चाहिए। और यहाँ खरबास चौक का बोर्ड लगा भी था।
जाट समाज के दोनों पक्ष आमने सामने
लेकिन उन्हीं के समाज के कुछ राजनेतिक रसूखात वाले लोगो ने उस बोर्ड को हटा दिया और दूसरा पक्ष् यहाँ पर प्रसिद्ध जाट नेता स्वर्गीय सूरजमल की प्रतिमा लगाना चाहता है। इसके लिए महाराजा सूरजमल के नाम का बोर्ड भी लगा दिया है। वही इस मामले में चल रही राठोडी को लेकर जेडीए फिलहाल मौन है लेकिन जाट समाज के दोनों पक्ष आमने सामने हो गए है। लोग कहते है कि यहाँ सुंदर चौराहा बनना चाहिए क्योंकि यहाँ आसपास की होटल्स में विदेशी और देशी पर्यटकों की चहलकदमी देखने को मिलती है। इस चौराहे को लेकर अब राजनीति भी गर्म है।