जयपुर। JDA Master Plan 2047 : जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से नए मास्टर प्लान बनाने को लेकर तैयारियां चल रही हैं। वर्तमान मास्टर प्लान 2025 तक प्रभावी है जिसके बाद अब नया मास्टर प्लान बनाया जा रहा है जो 2047 यानि 22 साल तक प्रभावी रहेगा। जेडीए की टाउन प्लानिंग शाखा की तरफ से इसके ब्लू प्रिंट पर काम शुरू हो गया है। इसके तहत अब जेडीए का दायरा 45 किमी से बढ़ाकर 70 किमी तक किया जा रहा है। जेडीए के इस नए मास्टर प्लान में दूद, फागी, चाकसू, मनोहरपुर, जोबनेर, माधोराजपुरा, तूंगा, कोटखावदा के आस पास के 1000 से अधिक राजस्व गांवों को शामिल किया जा रहा है।इससें संबंधित प्रस्ताव बनाकर इन क्षेत्रों के तहसीलदारों को भेजा गया है।
जोन-6, 11, 12, 13, 14 का दायरा बढ़ेगा
जेडीए के नए मास्टर प्लान 2047 के लिए जो प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है उसमें बाहरी जोन जैसे 6, 11, 12, 13, 14 का दायरा बढ़ जाएगा। इसके बाद जेडीए के क्षेत्र में दूदू समेत जयपुर ग्रामीण में भी शामिल होगा। जेडीए की तरफ से यहां पर लैंड यूज कंवर्जन, कृषि भूमि की जमीनों के 90ए प्रक्रिया, आवासीय कॉलोनियों का नियमन, सड़क नेटवर्क, जोनल प्लान बनाया जागएा।
6 हजार किमी और बढ़ जाएगा जेडीए का दायरा
जेडीए के 2011 में लागू मास्टर प्लान 2025 में जेडीए का दायरा 2940 वर्ग किमी है जिसके अंतर्गत 740 राजस्व गांव आते हैं। अभी जेडीए का एरिया चौमूं, बगरू, चाकूस, अचरोल, भानपुरा कलां, जाहोता, कालवाड़, कनोता, कुकस, वाटिका, पचार, चौंप तक आता है। लेकिन नए प्लान में 6000 वर्ग किलोमीटर एरिया बढ़ाया जाएगा।
जेडीए के नए मास्टर प्लान में शामिल होंगे ये गांव
फागी, देवनगर, लडाना, रायपुरा, खेजड़ों का वास, हरसुलिया, जयचंद का वास, मोहनपुरा, थला, गोपाल नगर, बाड़बिसनपुरा, दतुली, भोजपुरा, झाड़ला, कंटोली, मुंडोलियाजागा, खेजुरिया, बिरमपुरा, पीपला, डीयोमाड़, दबीचगुजरान, फतेहरामपुरा, मुस्तफाबाद, कुच्यावास, भीमपुरा, मदनपुरा, गुलाबपुरा, बाड़अजयराजपुरा, रामपुरा/चौखावाला, जब्बर, हरिरामपुरा, हीरापुरा, निहालपुरा, किशनपुरा, करवा व रामपुरा रेलवे। चाकसू, बिहारीपुरा, मानपुर डंूगरी, गढ़ी रामनगर, शील की डूंगरी, श्री जीवनपुरा, गोपीनाथपुरा उर्फ कुत्तकपुरा, दादनपुरा डूंगरी, बीड़ संतोषपुरा, बाढ़ महावतान, भगवानपुरा, बीड़ पिनारपुरा उर्फ बिहारीलालपुरा, तिगरिया, नैनवा की ढाणी, मोहम्मदपुरा, गिरधारीलालपुरा, भूरटियां कला, रामपुरा बुजर्ग, बिरधापुरा उर्फ स्वामी का वास, दयापुरा, जयसिंहपुरा, मीरापुरा, रसूलपुरा, बड़ा भागपुरा, रामपुरा, कल्याणपुराखुर्द, केरडाखुर्द, मुमारक्या, चकमुरारपुरा, लाखावास, खजालपुरा, हुकान, रूपनियावास, लक्ष्मीपुरा, मुरारपुरा खुर्द, सदरामपुरा, दर्गपालपुरा, आजमनगर, थली, सिरजान, हंसराजपुरा, बराला, हनुमानपुरा, केशोपुरा, पीपलाबाई, खिजूरिया ब्राह्मणा, रूपपुरा, गंगारामपुरा, बसेड़ी, खिजूरिया, जाटान, विशनसिंहपुरा व महाराजपुरा।
जेडीए में कर्मचारियों अधिकारियों की वर्तमान स्थिति
सच्चाई यह भी है कि 2011 में लागू हुए मास्टर प्लान के मुताबिक 25% भी विकास नहीं हुआ है। इस प्लान में शामिल 11 सैटेलाइट टाउन और 4 ग्रोथ सेंटर डवलप करने का अभी कागजों में ही है। इतना ही नहीं बल्कि जेडीए वर्तमान में कर्मचारियों व अधिकारियों के स्टाफ की भारी कमी है। वर्तमान में एक कमिश्नर है जिनके द्वारा पूरा विभाग संभाला जा रहा है, लेकिन मास्टर प्लान 2047 में दायरा बढ़ेगा तो क्या सिर्फ एक कमिश्नर इसें संभाल पाएगा या दो कमिश्नरेट बनाने होंगे इसको लेकर भी अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है।
सिर्फ 650 कार्मिकों के भरोसे चल रहा जेडीए
जयपुर विकास प्राधिकरण में कार्मिकों को लेकर स्थिति ये है कि अभी इसें सिर्फ 650 अफसर व कर्मचारी चला रहे हैं। जेडीए में कई सालों से स्थाई भर्तियां नहीं हुई है। हालांकि, विभाग में कैडर रिव्यू प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक अब नई भर्तियों के बारे में स्पष्ट स्थिति नहीं है। जेडीए में अलग-अलग पदों के लिए 1922 पद स्वीकृत किए हैं परंतु इनमें से 90 प्रतिशत अभी भी खाली हैं।
जेडीए में विभागों के अनुसार खाली पद और स्वीकृतियां
प्रशासनिक विभाग
स्वीकृत पद — 1000
खाली पद — 762
अभियांत्रिकी विभाग
स्वीकृत पद — 461
खाली पद — 218
नगर नियोजन विभाग
स्वीकृत पद 86
खाली पद — 52
वित्त विभाग
स्वीकृत पद 111
खाली पद — 51
विधि विभाग
स्वीकृत पद — 45
खाली पद — 28
कनिष्ठ विधि अधिकारी
स्वीकृत पद — 28
खाली पद — 19