झालावाड़। देवरी गांव के ग्रामीणों ने कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के बाहर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन किया। अपनी मांग पर अड़े ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा थर्मल प्रशासन की और से सीएसआर मद राशि को गांव के विकास में खर्च नहीं की जा रही है।
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नहीं निभया वादा
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के निर्माण के दौरान यहा गांव की जमीनों को बड़ स्तर पर अधिग्रहण किया गया था। जब जमीन को अधिग्रहण किया गया उस दौरान गांव को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने का वादा किया गया था। साथ ही गांव के विकास का भी वादा किया था। इतना समय बीत जाने के बाद भी आज दिन तक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
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ग्रामीणों को आज भी इंतजार
आज देश चांद पर पहुंच चुका वहीं दूसरी और एक देवरी गांव के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के बिना जीवन यापन करने को मजबूर है। ग्रामीणों ने कहा आज भी यहा के लोग शिक्ष, पानी, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। आज भी इन सुविधाओं का ग्रामीणों को इंतजार है। ग्रामीणों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर मुख्य अभियंता को ज्ञापन भी सौपा। केद्र सरकार ने कंपनी या फैक्ट्री को सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत अपने व्यवसाय का 2 प्रतिशत समाज पर खर्च करना अनिवार्य किया है। ताकी आम लोगों को बेहतर जीवन मिल सके।