राजस्थान सरकार की ओर से 24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंप का आयोजन किया जा रहा है। कैंप में योजनाओं का लाभ लेने के लिए रोजाना कई लोग पंजीकरण कराने के लिए शिविर में भाग ले रहे है। इसी दौरान महंगाई राहत कैंप में पहुंचे एक व्यक्ति ने पत्नी दिलाने की मांग रख दी। व्यक्ति ने खुद को अकेला बताकर घरवाली की मांग की है। उसने शिविर प्रभारी को पत्र लिखकर बताया कि उसे किस तरह की घरवाली चाहिए। व्यक्ति की मांग पर प्रशासन ने आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।
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सोशल मीडिया पर एक प्रार्थना पत्र वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति ने महंगाई राहत कैंप में जाकर घरवाली की मांग की है। खबरों के मुताबिक यह मामला दौसा जिले के बहरावण्डा तहसील का है। 40 वर्षीय कमल महावर नाम का व्यक्ति सिकराय उपखंड के गांगदवाड़ी में लगे महंगाई राहत शिविर में शामिल हुआ। उसने पटवारी के नाम पत्र लिखा जिसमें कहा कि मेरी घरेलू परिस्थितियां प्रतिकूल है, मैं घर में अकेला परेशान रहता हूं। घरेलू कार्य करने में असमर्थ हूं इसलिए मेरी सहायता करने के लिए पत्नी की आवश्यकता है। मेरा निवेदन है कि अति प्राथमिकता के साथ पत्नी उपलब्ध करवाने का कष्ट करें।
पत्र में लिखी पत्नी की योग्यता
कल्लू नाम के व्यक्ति ने पत्नी की मांग के लिए पत्र लिखा जिसमें उसने यह भी बताया कि उसे कैसी पत्नी चाहिए। कल्लू के अनुसार पत्नी 30-40 वर्ष के बीच की हो, गोरी हो और सभी कार्य करने में अग्रणी हो।
प्रशासन ने पत्नी ढूंढने में दिखाई फुर्ती
व्यक्ति की मांग पर प्रशासन ने भी तुरंत कार्यवाही के आदेश दिए है। सरकारी अधिकारी आवेदनकर्ता की मांग पर उससे भी आगे निकले। बहरावण्डा तहसीलदार ने हल्का पटवारी को पत्र भेजकर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हल्का पटवारी बाबूलाल ने चंपाकली ढूंढ लेने वाला लेटर फर्जी होने की पुष्टि की है, जिसमें तहसीलदार को जवाब देते लिखा गया है कि कल्लू महावर के लिए जांच में 30 वर्षीय युवती चंपाकली ने कल्लू की घरवाली बनने के लिए सहमति दी है।
पटवारी बाबूलाल का कहना है कि उसे तहसीलदार की ओर से पत्र मिला था जिसमें कल्लू महावर के लिए पत्नी उपलब्ध कराने के लिए ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी, ग्राम पंचायत सरपंच गांदरवाड़ी की संयुक्त टीम गठित करने की बात लिखी थी। टीम गठित हुई है या नहीं इस बारे में तहसीलदार को ही पता। लेकिन कल्लू के लिए घरवाली ढूंढ ली गई है इस संबंध में जो लेटर वायरल हो रहा है, वह पूरी तरह फर्जी है।