-स्पीकर बिरला ने किया सिंथेटिक ट्रैक का लोकार्पण, अब अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दिखेंगे कोटा के खिलाड़ी
तिरंगे के रंग में रंगा कोटा का श्रीनाथपुरम स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और हर ओर खुशी से खिले चेहरे। रविवार को यहां यही मंजर रहा जब सिंथेटिक ट्रैक का लोकार्पण बेटियों की दौड़ के साथ हुआ। स्पीकर ओम बिरला की अगुवाई में जोश और उत्साह के साथ हाथों में तिरंगा लेकर दौड़ती शहर की बालिकाओं और युवतियों का जोश देखते ही बनता था। सभी का यह मानना था कि अब नई शुरूआत होने वाली है। तभी तो इतने बड़े कार्यक्रम में बेटियों को सबसे आगे रखा गया है। समारोह के दौरान देशभक्ति गीतों ने भी वहां मौजूद खिलाड़ियों और लोगों में जोश भर दिया। देशभक्ति गीतों पर आधारित विशेष प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहीं। पूरे कार्यक्रम में भारत माता की जयकार के नारे भी गूंजते रहे।
कार्यक्रम में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों की भी सराहना की गई कि उन्होंने सिंथेटिक ट्रैक को बनवाने में अपना विशेष सहयोग दिया। खिलाड़ियों में भी इस नए ट्रैक को लेकर बेहद क्रेज दिखाई दिया। शहर ही नहीं बाहर से भी बड़ी संख्या में लोग लोकार्पण समारोह का हिस्सा बनने पहुंचे। कई लोग तो अपने छोटे बच्चों का हाथ पकड़ कर ट्रैक पर दौड़ते हुए भी नजर आए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि गत वर्ष 30 जुलाई को सिंथेटिक ट्रैक का शिलान्यास हुआ था। शिलान्यास के समय खिलाड़ियों से वादा किया था कि तय समय से पहले खिलाड़ियों को ट्रैक मिल जाएगा। निर्धारित तिथि से ढाई माह पूर्व आज ट्रैक का लोकार्पण हुआ है। खिलाड़ी भी अब हमसे वादा करें कि वे खूब मेहनत और परिश्रम कर अपना पूरा सहयोग देंगे। इस ट्रैक पर अपना पसीना बहा कर राष्ट्रीय ही नहीं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर अपने परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करेंगें।
सिंथेटिक ट्रैक के लोकार्पण के बाद विशेष आकर्षण के तौर पर पुरूष वर्ग में 1500 मीटर और बालिका वर्ग में 800 मीटर की दौड़ आयोजित की गई। पुरूष वर्ग में जहां धावकों को ट्रैक के पौने चार चक्कर लगाने थे, वहीं बालिका वर्ग में यह दौड़ दो चक्कर की रही। दौड़ के दौरान पूरे समय ट्रैक के पास खडे होकर लोगों ने धावकों का उत्साह बढ़ाया। दौड़ में पुरूष वर्ग में मयंक मवई प्रथम, पिंटू द्वितीय तथा संजू गुर्जर तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार बालिका वर्ग में हरमन कौर प्रथम, अलिशा खान द्वितीय तथा निकिता मीणा तीसरे स्थान पर रहीं।
खिलाड़ियों में भी नए और आधुनिक ट्रैक के लिए काफी उत्साह रहा। अब तक वहां खिलाड़ी मिट्टी के ट्रैक पर प्रेक्टिस करते थे। जिससे बाहर होने वाली प्रतियोगिता में अपना बेस्ट नहीं दे पाते थे। कहीं भी बाहर जाने पर वहां सिंथेटिक ट्रेक मिलता था। ऐसे में उनका प्रदर्शन उन खिलाड़ियों से कम रह जाता था। लेकिन अब हम भी सिंथेटिक ट्रैक पर अभ्यास करेंगे। इससे हमारी स्पीड और मैडल दोनों बढ़ना तय है। खिलाड़ियों को तैयार करने वाले प्रशिक्षकों का भी कहना था कि इस सिंथेटिक पर साल भर प्रेक्टिस हो सकेगी, चोट लगने का भी डर नहीं के बराबर रहेगा। बरसात के दौरान भी पुराने ट्रैक पर कीचड़ हो जाने के प्रेक्टिस को बंद करना पड़ता था। सिंथेटिक कोर्ट पर बरसात का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता।