जयपुर। Kerala Landslide : भारत के दक्षिणी राज्य केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड होने से सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है व सैंकड़ों ही लापता हैं। यह घटना पहाड़ी इलाकों में अत्यधिक बारिश होने की वजह से हुई जो एक बड़ी त्रासदी साबित हुई है। हालांकि, राजस्थान में भी कुछ ही दिनों पहले ऐसी ही घटना हो चुकी है जिसमें जमीन 70 फुट नीचे धंस गई। इस घटना के बारे में जानकर हर कोई हैरान रह गया। यह घटना बीकानेर की लूणकरणसर तहसील के सहजरासर गांव में 16 अप्रैल को घटी थी। यहां पर करीब 1.5 बीघा जमीन 70 फुट नीचे धंस गई थी।
पानी का भंडारण रहा कारण
इस घटना के बाद 24 अप्रैल को GSI यानी जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम मौके पर पहुंची जिसने जमीन धंसने के कारणों का पता लगाया। GSI टीम का इस घटना को लेकर मानना रहा कि किसी जमाने में इस जमीन के नीचे पानी का भंडारण रहा होगा, जिस कारण जमीन में पोलापन आ गया और वो अचानक से धंस गई।
यह भी पढ़ें : लैंडस्लाइड की वो भयानक रात, जब 5700 से अधिक लोग मरे और 4200 से अधिक गांव बह गए
70 फीट नीचे धंस गई 1.5 बीघा जमीन
बीकानेर का सहजरासर गांव लूणकरणसर तहसील से करीब 25 किलोमीटर दूर है। यहां पर 16 अप्रैल 2024 को सहजरासर गांव की एक ढाणी के पास अचानक से जमीन धंस गई थी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। इस घटना के बाद तत्कालीन एसडीएम राजेन्द्र कुमार ने धारा 144 लगा दी थी और लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी थी।
घटना से लोग हैरत में
राजस्थान के बीकानेर में 1.5 बीघा जमीन अचानक से 70 फुट नीचे धंसने की घटना लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बन गई। स्थानीय निवासियों का कहना था कि कई सालों पहले यहां पर बिजली गिरी थी। इसको लेकर ग्रामीणों का मानना था कि इस वजह से हर साल मिट्टी धंसती गई। इस घटना के कारण लोगों ने इस जगह को ‘बिजलगढ़’ का नाम दे दिया।