जयपुर। भूटान की राजधानी थिम्पू के बाद देश के एजुकेशन हब कोटा शहर को भी ट्रैफिक सिग्नल फ्री कर दिया गया। इसी के साथ कोटा दुनिया का दूसरा शहर हो गया,जहां ट्रैफिक सिग्नल नहीं होंगे। कोटा शहर अब सिग्नल फ्री हो गया है। ओवर ब्रिज अंडरपास के साथ शहर की रफ्तार बदल गई है। शहर में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिली है,तो इसमें एक बड़ा बदलाव भी आया है।
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कोटा शहर ट्रैफिक जाम की परेशानी से आए दिन झुजता था। शहर में ऐसा अंडरपास ओवरब्रिज और एलिवेटेड रोड का मेकैनिज्म तैयार हुआ जिसके साथ कोटा में सभी सिग्नल पॉइंट हटा दिए गए आवाजाही आसान हो गई और कोटा की सड़कों पर वाहनों ने रफ्तार पकड़ ली। शहर में कई फ्लाईओवर और अंडरपास बने है,जिसकी वजह से यहां सिग्नल खत्म कर दिए है। 20 चौराहों वाले इस शहर को पूरी तरह से ट्रैफिक सिग्नल फ्री बनाया गया है।
बनारस की तर्ज पर बनाए हेरिटेज रिवर फ्रंट
इस कार्य के अलावा उत्तर प्रदेश के बनारस की तरह ही चंबल के दोनों किनारों पर तीन किमी के दायरे (कोटा बैराज से नयापुरा तक) में हेरिटेज रिवर फ्रंट भी बनाया गया है। यहां पर 30 घाट बनेंगे। इस प्रोजेक्ट पर सरकार की ओर से 700 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। रिवर फ्रंट का डिजाइन हाड़ौती और राजपूताना आर्किटेक्चर पर आधारित है।