जयपुर। अब जल्द ही Lok Sabha Election 2024 होने वाले हैं। इन्हीं के चलते भारतीय जनता पार्टी ने 195 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मदवारों केे की नामों की घोषणा कर दी है। इनमें राजस्थान की 15 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं जिन पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। भाजपा की तरफ से इन सभी सीटों पर भाजपा के दिग्गज नेता उतारे गए हैं जो आसानी से चुनाव जीत सकते हैं। लेकिन, एक सीट ऐसी है जहां भाजपा का पेंच फंस सकता है और वो सीट है जोधपुर लोकसभा सीट। जी हां, जोधपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने गजेंद्र सिंह शेखावत को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि, इस क्षेत्र में कांग्रेस से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दबदबा है।।
राजस्थान की 15 लोकसभा सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार
बीकानेर – अर्जुन राम मेघवाल
चूरू – देवेंद्र झाझड़िया
सीकर – सुमेधानंद सरस्वती
अलवर – भूपेंद्र यादव
नागौर – ज्योति मिर्धा
पाली – पीपी चौधरी
जोधपुर – गजेंद्र सिंह शेखावत
बाड़मेर – कैलाश चौधरी
जालोर – लुंबाराम चौधरी
उदयपुर – मन्नालाल रावत
बांसवाड़ा – महेंद्रजीत सिंह मालवीय
चित्तौड़गढ़ – सीपी जोशी
कोटा – ओम बिरला
झालावाड़ – दुष्यंत सिंह
भरतपुर – रामस्वरूप कोली
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 में हनुमान बेनीवाल की ज्योति मिर्धा से सीधी टक्कर! BJP ने ऐसे फिट किया जातीय गणित
जोधपुर में गजेंद्र सिंह शेखावत व अशोक गहलोत में सीधी टक्कर
भाजपा की तरफ से जोधपुर लोकसभा सीट पर गजेंद्र सिंह शेखावत को मैदान में उतारा गया है जो वर्तमान में वहीं से सांसद व केंद्र सरकार में जल शक्ति मंत्री भी हैं। जबकि, अब कांग्रेस पार्टी की तरफ से जोधपुर से अशोक गहलोत को मैदान में उतारा जा सकता है। ऐसे में इस सीट पर टक्कर कांटे की हो सकती है।
गजेंद्र सिंह शेखावत की ताकत (Gajendra Singh Shekhawat Power)
गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर लोकसभा सीट पर लगातार दो बार से चुनाव लड़ते और जीतते आ रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने 2014 में यहां चुनाव लड़ा और 410051 वोटों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने 2017 में भी इसी सीट से चुनाव लड़ा और अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया था।
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 : हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा में से कौन है ज्यादा ताकतवर, पढ़िए
अशोक गहलोत की ताकत (Ashok Gehlot Power)
अब कांग्रेस पार्टी की तरफ से जोधपुर विधानसभा सीट से अशोक गहलोत को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है जो कद्दावर नेता हैं। अशोक गहलोत 2 बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। गहलोत 2 बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं। ऐसे में यदि अब कांग्रेस पार्टी अशोक गहलोत को चुनावी मैदान में उतारती है तो यहां पर भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।