Lokesh Sharma : 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए देशभर में वोटिंग का दौर चल रहा है। राजस्थान में पहले चरण के मतदान 19 अप्रैल को खत्म हुए और अब दूसरे चरण के मतदान की कल 26 अप्रैल से शुरुआत होने जा रही है। इससे पहले बुधवार, 24 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD रह चुके लोकेश शर्मा ने 4 बड़े खुलासे किये हैं। उनके खुलासों के बाद न सिर्फ अशोक गहलोत बल्कि पूरी प्रदेश कांग्रेस की मुश्किल बढ़ती जा रही है।
यहां पढ़े लोकेश शर्मा के 4 बड़े खुलासे
(Lokesh Sharma Ke 4 Bade Khulase)
पहला खुलासा
– शर्मा ने कहा गहलोत ने उन्हें पेन ड्राइव में फोन टेपिंग के 3 क्लिप दिए थे। इसके बाद इन्हें मीडिया तक पहुंचाने को कहा गया था। इनमें से एक ऑडियो में भाजपा पर कांग्रेस विधायकों के खरीद-फरोख्त की बात थी, जिसे उन्होंने 2020 में मीडिया में वायरल किया। शर्मा के मुताबिक, मानेसर बाड़ेबंदी में पायलट व उनके सभी 18 सहयोगी विधायकों के फोन सर्विलांस पर थे। गहलोत जनता में यह फैलाना चाहते थे कि ये लोग सरकार गिराने की साजिश रच रहे है।
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दूसरा खुलासा
– शर्मा ने कहा फोन टेपिंग सीएमओ के अफसर, डीजीपी, गृह विभाग के अफसरों व गहलोत की मिलीभगत से हुई।
तीसरा खुलासा
– शर्मा ने कहा कि अशोक गहलोत के कहने पर ही संजीवनी क्रेडिट सोसायटी का मुद्दा उठाया गया था, ताकि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि ख़राब कीजा सके। संजीवनी से जुड़े लोगों को सीएम हाउस बुलाकर उनके वीडियो रिकॉर्ड किये गए।
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चौथा खुलासा
– शर्मा ने कहा गहलोत सरकार के सिस्टम की मिलीभगत से ही रीट के पेपरलीक किये गए थे। भाजपा सरकार यदि रिकॉर्ड मांगती है तो मैं देने को तैयार हूं।
लोकेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- फोन टेपिंग ऑडियो को जिस मोबाइल से मीडिया को भेजा, उसे नष्ट करने के लिए कहा गया। साथ ही जिस लैपटाप से कॉपी किया, उसे गहलोत ने जमा कराने को कहा था। गहलोत ने दो बार फोन करके पूछा था कि खबर क्यों नहीं आई, हैंडसैट डिस्ट्रॉय कर दिया न?