Loksabha Chunav 2024: केंद्रीय मंत्री और जोधपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने एक बार फिर संजीवनी मामले (Sanjeevani Credit Co-operative Society Case) में बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि, पिछली सरकार के मुखिया यानी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें संजीवनी मामले में फंसाने का हरसंभव प्रयास किया था। कोर्ट के फैसले के बाद इस मामले में सब स्पष्ट हो जाएगा।
शेखावत ने कहा, फैसला आने के बाद गहलोत के पास दो ही विकल्प मौजूद होंगे। या तो वे हमेशा के लिए पॉलिटिक्स से बाहर हो जाएंगे या फिर सार्वजनिक रुप से क्षमा याचना करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘झूठ खड़ा करने वाले खुद झूठ की आग में जलकर भस्म हो जाएंगे।’ मुझे संजीवनी घोटाले मामले में फंसाने के लिए सरकारी खजाने से 40 करोड़ रुपए वकीलों को दिए गए है। साथ ही डिफेमेशन केस से खुद को बचाने के लिए दो करोड़ रुपए की फीस टैक्स से दी है।
यह भी पढ़े: Loksabha Chunav 2024: जब सिर्फ 1 Vote से गिर गई अटल जी की सरकार, जानें कैसे उलझी गुत्थी
मैं अग्नि परीक्षा के लिए तैयार
केंद्रीय मंत्री ने कहा, जोधपुर सर्किट हाउस के बाहर मेरे ऊपर टिप्पणियां की गई। इस वजह से मैं आज भी कोर्ट में अपराधी की तरह खड़ा हूं। लेकिन मैंने पहले भी कहा था और अब फिर कह रहा हूं, अग्नि परीक्षा देकर निकलने को तैयार हूं। मेरे पर कोई लांछन नहीं लगा सका है और न ही कोई लगा सकेगा।
यह भी पढ़े: First Lok Sabha Chunav: आजाद भारत की पहली लोकसभा, जिसमें इलाहाबाद से चुने गए थे 3 सांसद
कांग्रेस सरकार में काम नहीं कर पाया
गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लूणी विधानसभा क्षेत्र में जोजरी नदी के जीर्णोद्धार व विकास के कार्यक्रम शिलान्यास के दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए यह बात कही। शेखावत ने कहा, जोधपुर की जनता ने गहलोत के बेटे को बुरी तरह हराया तो अशोक गहलोत आपसे नाराज रहे। इसलिए यहां कोई काम करने नहीं दिया गया। मैं खुद यहां कुछ काम नहीं कर पाया क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।