Malnutrition Increased In Rajasthan: दुनिया भर के कई देशों में गरीबी के कारण कुपोषण जैसे बीमारी देखने को मिलती है लेकिन समय के साथ गरीब कम होने के कारण यह बीमारी लगभग खत्म होती जा रही है। लेकिन ऐसा नहीं है जो लोग महंगा खाना खाते है वह भी कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। आपको इस बात पर विश्वास नहीं होगा लेकिन ऐसी खबर राजस्थान में देखने को मिली है।
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शहरी क्षेत्रों में कुपोषण बढ़ा
जनजाति जिले बांसवाड़ा के गांवों में नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों में कुपोषण तेजी से बढ़ रहा है। इसका बात का खुलासा महिला एवं बाल विकास विभाग की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार जिले में 7 हजार से ज्यादा बच्चे कुपोषण की चपेट में आए है। गढ़ी शहर में सबसे ज्यादा 2092 और सबसे कम कुशलगढ़ में है।बांसवाड़ा शहर में 900 बच्चे कुपोषित हैं।
जंक फ़ूड बना कारण
कुपोषण होने की वजह जंक फ़ूड का बढ़ता इस्तेमाल है। जिसमें बर्गर, पिज्जा, मैगी नूडल्स, हॉट पिज्जा, मोमोज, स्ट्रीट फूड में कचोरी और समोसा इसमें शामिल है। यह सभी चीजें अब आसानी से गांव और कस्बों में ऑनलाइन डिलेवरी होने के कारण आसानी से मिल जाता है। इसकी वजह से बच्चे इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।
कुपोषण का दायरा तेजी से बढ़ा
बच्चे पौष्टिक आहार नहीं लेने के कारण इसके शिकार हो रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार गांवों में नहीं शहरी इलाकों में कुपोषित बच्चे ज्यादा पैदा हो रहे हैं। शहरों में महिलाएं और बच्चे, दूध, फल, हरी सब्जी की बजाय जंक फूड का अधिक इस्तेमाल करने लगे है। वहीं पौष्टिक आहार से दूरी बनाने के कारण अनेक स्वास्थ्य समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं।
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जंक फूड
अगर नियमित रूप से जंक फूड का सेवन किया जाता है तो हाई ब्लड प्रेशर, दांत की समस्या, कब्ज, हार्ट से संबंधित परेशानी तेजी से होती है। कुपोषण की मुख्य वजह पौष्टिक आहार नहीं लेना बताया गया है। विटामिन और आयरन से नहीं मिलने से शारीरिक और मानसिक विकास रूक जाता है तो वह कुपोषण का शिकार हो जाता है।