Marwari Shayari in Hindi: खम्मा घणी हुकुम सा। आपणो खणो स्वागत है राजस्थानी शायरी माये। अडे थाने मिलेली मस्त मारवाड़ी शायरी जिने थे सोशल मीडिया पर शेयर करके शेखी बघार सको। दोस्तों राजस्थान का नाम आते ही जबान से राजस्थानी मारवाड़ी बोली ही निकलती है। तो चलिए हम आपके लिए खास तौर पर मारवाड़ी शायरी (Marwari Shayari in Hindi) लेकर आए हैं, जिन्हें आप शेयर कर सकते हैं अपने सभी राजस्थानी और मारवाड़ी बोलने वाले दोस्तों के साथ।
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राजस्थानी में चोखी शायरी यहां मिलेगी
1
प्रेम रे बदळै प्रेम तो अडे हर कोई दे सके,
पण जका नफ़रत रे बदळै प्रेम देवे बे ही महान हूवे।
2
में तौ भइड़ा मनुवार का भुखा हां
भाईजी कौई के ‘हक’ का भुखा कौनी हां।
3
तपती धरती जे ढळतो सूरज हिवडे में है मरूगीत,
बांट जोवे गोरी री नजरा, कद आवे म्हारे परदेसी प्रीत।
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4
कियां भूलूं भईड़ा रे बे दिन बालपणां रा,
मां मनवारां करती ही म्हैं करता ठुणकारा।
5
राजस्थान रा मनख है एकदम सीधासादा,
फौलादी किला की ज्यान है अडा रा इरादा।