जयपुर। Morning News India In Parashar Dham Aditya Krishna : आदित्य कृष्ण पाराशर इस जबरदस्त रूप से प्रसिद्ध हो रहे हैं क्योंकि वो लोगों के पर्चे निकाल रहे हैं। पारासर धाम बाबा आदित्य कृष्ण पाराशर का पर्चा निकालने का तरीका बिल्कुल ठीक बागेश्वर धाम बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की जरह ही है। जैसे कि वो लोगों के पर्चे निकाल कर उनकी समस्याओं का समाधान बता रहे हैं। आपको बता दें कि आदित्य कृष्ण पाराशर (Aditya Krishna Parashar) ने हाल ही में बाड़मेर व जोधपुर में लोगों के पर्चे निकाल कर उनके समाधान बताए तो दुनिया उनके चमत्कार देख हैरार रह गई। उनके द्वारा निकाले गए पर्चों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मॉर्निंग न्यूज इंडिया पाराशर धाम सोंखरी गांव पहुंचा और आदित्य कृष्ण पाराशर से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने वो सब बातें बताई कि वो किस तरह से लोगों की समस्याओं को जान जाते हैं और कैसे उनको समाधान बताते हैं। तो आइए जानते हैं…
बिना शुल्क लिए पर्चा निकाल रहे पाराशर धाम बाबा, देखें वीडियो
9 वर्ष की आयु में निकाल रहे लोगों के पर्चे
Morning News India से बातचीज करते हुए आदित्य कृष्ण पाराशर ने बताया कि उनकी आयु अभी सिर्फ 9 साल है और वो कक्षा 6 के छात्र हैं। हालांकि, जब बातचीत आगे बढ़ी तो जो जवाब आदित्य कृष्ण पाराशर ने दिए उनको सुनकर मॉर्निंग न्यूज इंडिया भी चौंक गया और इसी के चलते बातों का सिलसिला आगे बढ़ता गया। बताया गया कि आदित्य कृष्ण इतनी छोटी उम्र में कैसे लोगों का पर्चा निकाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन पर बालाजी और गुरूजी की कृपा है जिसके दम पर ही वो ऐसा कर पाते हैं। हालांकि, आदित्य कृष्ण पाराशर लोगों का पर्चा तब ही निकालते हैं जब उनका दिव्य दरबार लगता है और तब ही उनमें वो शक्ति आती है।
आदित्य कृष्ण पाराशर से संबंधित और भी ज्यादा जानकारी के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़े।
बालाजी की कृपा से हो रहा सब
पाराशर धाम बाबा आदित्य कृष्ण पाराशर से जब मॉर्निंग न्यूज इंडिया ने पूछा की उन्हें किसी प्रकार की सिद्धि प्राप्त है या कोई और माध्यम है तो उन्होंने सिर्फ और सिर्फ इसें बालाजी और गुरूजी की कृपा ही बताया। इंटरव्यू के दौरान गांव वालों की भीड़ उमड़ गई जिस दौरान कई गांव वालों ने भी कहा कि आदित्य कृष्ण ने उन्हें उनकी समस्याओं के बारे में बिना पूछे बताया। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने उन्हें समस्याओं के समाधान भी बताए। इसकी पुष्टि https://www.morningnewsindia.com/ भी करता है कि कई ग्रामीणों ने बाबा द्वारा उनकी समस्याएं व समाधान बताए।
आदित्य कृष्ण पाराशर ने बताया वो संत, साधू या पुजारी है? देखें वीडियो
बचपन से ही बालाजी की भक्ति में लीन
Morning News India ने जब आदित्य कृष्ण पाराशर के घर वालों से बात की तो उन्होंने बताया कि बचपन से उन्हें धार्मिंक चिन्ह जैसे त्रिशुल बनाने, भगवान की मूर्तियां बनाकर उनके साथ खेलने, धार्मिक पाठ करने, बालाजी की भक्ति करने व अलग—अलग भगवान के किरदार निभाने में रूची थी जो समय के साथ आगे बढ़ती गई और उन्हें बालाजी की विशेष कृपा प्राप्त हुई। आपको बता दें कि आदित्य कृष्ण लोगों को समस्याओं के समाधान के लिए मंत्र भी बताते हैं।
पाराशर धाम के और वीडियो देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/@morningnewsindia को सब्सक्राइब करें।
नि:शुल्क कर रहे लोगों की समस्याओं का समाधान
मॉर्निंग न्यूज इंडिया ने जब आदित्य कृष्ण पाराशर से ये पूछा कि धाम में आने के लिए कोई फीस या किसी तरह की पूजा के लिए कोई शुल्क लिया जाता है तो उन्होंने साफ मना कर दिया। उन्होंने जवाब दिया कि कोई भी व्यक्ति उनके पास तब ही आता है जब वो दुखी होता है, ऐसी स्थिति में उससें पैसा लिया जाना पाप है। पाराशर धाम दरबार में किसी तरह का पैसा या शुल्क नहीं लिया जाता बल्कि लोगों की अर्जी फ्री में लगाई जाती है।
पाराशर धाम बाबा का परिवार व निवास स्थान
आदित्य कृष्ण पाराशर के पिता डॉ. संतोष पाराशर (Aditya Krishna Parashar Father) संस्कृत के सरकारी अध्यापक है और पीएचडी होल्डर है। उनकी माता ग्रहणी हैं। उनके पिता चार भाई है जिनमें एक का नाम गुड्डू पाराशर है जो MA बीएड कर रहे हैं। आदित्य कृष्ण के दादा का नाम पंडित लक्ष्मीनारायण पाराशर है जो सरकारी टीचर थे लेकिन नौकरी छोड़कर भागवत कथा करने लग गए थे, जिनका महाराज जी पर आर्शीवाद है। आदित्य कृष्ण अभी कक्षा 6 में पढ़ रहे हैं। आदित्य कृष्ण दो भाई हैं। उनका निवास स्थान (Aditya Krishna Parashar Address) ब्राह्मण मोहल्ला, सोंखारी ग्राम, तह. खेड़ली, जिला अलवर राजस्थान है।आदित्य कृष्ण अब लगातार अपने दिव्य दरबार लगा रहे हैं जिनमें लोगों की समस्याओं के समाधान भी हो रहा है।
प्रसिद्ध पाराशर धाम कहा हैं
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित पाराशर धाम सिद्ध पीठ (Parashar Dham Peeth Alwar) है जो महर्षि पाराशर की पवित्र तपोस्थली रही है। यह अलवर के टहला से लगभग 13 किलोमीटर और खोह तिबारा से 3 किमी की दूरी पर अरावली पर्वत शृंखलाओं के बीच में स्थित है। यह स्थान पौराणिक समय से ही देशभर के साधु संतों और श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है। इस स्थान पर हर साल बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं।
पाराशर धाम से संबंधित अधिक जानकारी पढ़ने के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ…