जयपुर। राजस्थान विधानसभा में एकबार फिर नाथी का बाड़ा (Nathi ka Bada) गूंज उठा और इसको जोर शोर से उठाया गया। दरअसल, जब से भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है, तब से उनके भाषण और सुरक्षा में चूक को लेकर सुर्खियां बनी हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मामले लेकर चुटकी ले ली। डोटासरा ने तो यहां तक कह दिया कि कहीं कुर्सी न फिसल जाए, इसका ध्यान रखना। आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हो रही थी। ऐसे में सत्र के दौरान ही यह बहस हंगामेदार हो गई। इसको लेकर सबसे पहले सवाल आरएलपी सुप्रीमो और खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने की जिसमें पेपर लीक की जांच को लेकर भाजपा घेरा। बेनीवाल ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए एसआईटी गठन के भाजपा के सरकार के गठन पर नाराजगी जताई।
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डोटासरा ने ऐसे फैलाया रायता
विधानसभा में गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने कहा कि कृषि मंत्री का कहना है कि किसान कर्ज लेकर उसका मिसयूज करते हैं, क्या किसानों के लिए ऐसा कहना सही है? वो गौ-सेवा के नाम पर बड़ी बातें करते हैं। हालांकि, लेकिन कोटा जिले में कितनी गायें मरी हैं? आप गौ-माता के नाम पर वोटों की फसल काटने की कोशिश करते होे, लेकिन गौ-माता का भला नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आपको तो सिर्फ मोदीजी का नाम जपना है। मोदी के नाम पर कितने दिन वोट बटोरेंगे? उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बोलेंगे तो जुबान फिसल रही हैं। जुबान फिसल रही है, कहीं कुर्सी न फिसल जाए, इसका ध्यान रखना।
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भाजपा ने नाथी के बाड़े से दिया जवाब
दूसरी तरफ, भाजपा विधायक ने भी कांग्रेस को जमकर लपेटे में लिया। राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान खंडार से भाजपा विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि नाथी के बाड़े में बैठकर एक ही परिवार को नौकरियां दीं, जिसकी भी जांच होनी चाहिए। गहलोत ने सरकार के अपने अंतिम 6 महीनों में जो रोज नई घोषणाएं कीं उनका बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया। गहलोत सरकार के विरूद्ध जिसने भी आवाज उठाई, उसके खिलाफ केस किए गए। स्वयं मेरे खिलाफ भी पुलिस में केस किया गया।